डीएनए हिंदी: Jaipur News- राजस्थान के जयपुर जिले की एक अदालत में अजब नजारा देखने को मिला. लोग उस समय हैरान रह गए जब अदालत के अंदर एक भैंस को पेश किया गया, जहां उसकी पहचान कराई गई. यह अनूठा मामला जयपुर के चौमूं की कोर्ट में देखने को मिला, जहां करीब 10 साल पुराने एक मुकदमे की सुनवाई चल रही थी. भैंस को अदालत में पेश होते देखकर लोगों को कई साल पहले आई बॉलीवुड फिल्म 'मिस टनकपुर हाजिर हो' का नजारा याद आ गया, जिसमें इसी तरह एक भैंस को गवाही के लिए पेश किया गया था. इस मामले की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है.
10 साल पहले चोरी हो गई थी भैंस
दरअसल जयपुर के हरमाड़ा थाना इलाके से 10 साल पहले एक भैंस चोरी हो गई थी. भैंस के मालिक चरण सिंह शेखावत ने चोरी की रिपोर्ट हरमाड़ा थाने में दर्ज कराई थी. यह भैंस भरतपुर पुलिस को लावारिस हालत में मिली थी. इसकी जानकारी हरमाड़ा थाना पुलिस को दी गई थी, जिसके बाद हरमाड़ा पुलिस ने चरण सिंह शेखावत से भैंस की पहचान कराकर उनके सुपुर्द कर दिया था.
चोरी की जांच अब तक जारी
हरमाड़ा थाना पुलिस भैंस की चोरी की जांच अब तक कर रही है, क्योंकि चोर पकड़ा नहीं गया है. चोर के नहीं पकड़े जाने के कारण लंबित पड़ी जांच पर अदालत में पेशी लग रही हैं. इसी सिलसिले में अब चरण सिंह शेखावत को कोर्ट ने समन देकर भैंस को अदालत में पेश करने का आदेश दिया था ताकि उसकी पहचान की जा सके. कोर्ट समन मिलने पर चरण सिंह अपनी भैंस को पिकअप गाड़ी में लेकर चौमू कोर्ट पहुंचे थे, जहां सरकारी वकील ने भैंस को देखा और उसके बारे में जानकारी ली. फिर सरकारी वकील ने कोर्ट के सामने मामला पेश किया.
एक बार फिर कोर्ट आना पड़ सकता है भैंस को
कानूनी प्रक्रिया के तहत भैंस का मेडिकल टेस्ट और सत्यापन होना चाहिए था. यह कार्यवाही अब तक अटकी हुई है. पिछले 10 साल से कोर्ट व थाना हरमाड़ा के दस्तावेजों में भैंस अस्थायी तौर पर चरण सिंह की सुपुर्दगी में है. कोर्ट में फिलहाल सुनवाई जारी है. ऐसे में माना जा रहा है कि अभी भैंस को एक-दो बार और अदालत परिसर में लाना पड़ सकता है. इसके चलते भी यह मामला लोगों के बीच चर्चा में है.
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