डीएनए हिंदी: दिल्ली की प्रसिद्ध लव कुश रामलीला अपने दिलचस्प इवेंट, रोमांचक परफॉर्मेंस और सदियों पुरानी 'रामलीला' के शानदार प्रदर्शन के साथ हर साल कई लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है. हर साल दशहरे के दौरान प्रसिद्ध लाल किला को उत्सव के रंगों से रंग दिया जाता है. इस साल भी रामलीला का आयोजन किया गया है. समारोह की शुरुआत 26 सितंबर को एक खचाखच भरे उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जहां बॉलीवुड अभिनेता असरानी ने नारद मुनि के रूप में अपने परफॉर्मेंस के साथ लोगों का दिल जीता.
शुक्रवार को रामलीला में रोमांचक शाम देखने को मिली जहां भगवान गणपति का भव्य स्वागत हुआ. भगवान गणपति की मूर्ति को क्रेन की मदद से मंच पर लाया गया और यह दृश्य देखने लायक था.
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वहीं रावण और जटायु के बीच भयंकर युद्ध का मंचन हवा में किया गया. जिसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए. इन सबके बीच, एक और दिलचस्प घटना रामलीला के दौरान घटी. रामलीला में कुनो राष्ट्रीय उद्यान से चीतों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. जो जंगल में भगवान राम की यात्रा के दौरान उनके सामने नजर आए थे. इससे पहले कि आप ये मान लें कि ये कूनो नेशनल पार्क के चीते हैं तो आपको बता दें कि कलाकारों ने चीतों की भूमिका निभाई.
चीतों को देखने के बाद वहां मौजूद लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी. लोग चीतों को रामलीला में देखकर काफी खुश नजर आए.
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बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में जंगली चीतों का स्वागत किया जो भारत में विलुप्त हो गए थे. नामीबिया से लाए गए चीतों को भारत में प्रोजेक्ट चीता के तहत लाया गया था. आठ चीतों में से पांच मादा और तीन नर हैं.
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