डीएनए हिंदी: जैसे-जैसे पेरेंट्स की उम्र बढ़ती है, उन्हें अपने बच्चों की शादी की चिंता सताने लगती है. उनकी कोशिश यही रहती है कि बच्चों की शादी जल्दी से हो जाए. कई बार यह इच्छा सनक में बदल जाती है.चीन के हेनान प्रांत में एक महिला पर अपने बेटे की शादी कराने की ऐसी सनक चढ़ी कि वह उसे बीमार समझने लगी. महिला के बेटे की उम्र 38 साल हुई तो वह चिंता में आ गई. लड़का इतनी उम्र तक कभी किसी लड़की के साथ रूम पर नहीं आता था. वह सिंगल था और यही मां की सबसे बड़ी चिंता थी.
महिला को लगा कि उसका बेटा किसी बीमारी से जूझ रहा है. वह हर नए साल अपने बेटे को मनोचिकित्सक के पास ले जाती थी. वह अपने बेटे को ही बीमार समझ रही थी लेकिन मामला उल्टा था. वह खुद ही मानसिक तौर पर बीमार थी.
'शादी कराने की बीमारी'
महिला को एक मानसिक डिसऑर्डर था, डॉक्टरों ने इसे 'शादी का दबाव नबाने की बीमारी' का नाम दे दिया. यह खबर रातोंरात वायरल हो गई कि एक ऐसी भी बीमारी होती है.
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गर्लफ्रैंड घर नहीं लाता था शख्स, मां ने समझ लिया बीमार
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक वांग 38 साल के हो गए थे लेकिन उनकी कोई गर्लफ्रैंड नहीं थी. मां का कहना था कि वह कभी किसी लड़की के साथ घर नहीं आता था. मां चाहती थी कि उनका बेटा किसी लड़की को डेट करे, उसे घर लेकर आए, परिवार से मिलाए और ब्याह रचा ले. ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. बेटा मां की ये इच्छा पूरी ही नहीं कर रहा था. उसे लगा कि बेटा बीमार है और उसे दोबारा अस्पताल लेकर चली गई.
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शादी के प्रेशर में पहुंचा दिया अस्पताल
वांग की मां उस पर बार-बार शादी का दबाव बनाती थी. उसे जब-तब अस्पताल भी ले जाती थी. चाइनीज न्यू ईयर पर वह एक बार फिर वांग को लेकर अस्पताल गई तो पता चला कि मां ही बीमार है. डॉक्टर ने कहा कि वांग पूरी तरह से फिट थे. डॉक्टरों ने कहा कि वांग की मां ही बीमार हैं. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
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...इसलिए गर्लफ्रैंड को घर लेकर नहीं आते थे वांग
वांग 38 साल की उम्र में भी सिंगल हैं. उनकी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है. वांग को पता था कि वह फिजिकली फिट हैं, उन्हें कोई पार्टनर नहीं मिली इसलिए ही वह किसी रिलेशनशिप में नहीं आए. मां के बार-बार टोकने पर वह अस्पताल चले जाते थे जिससे उनका दिल न दुखे.
भारत में तो हर मां गुजर रही इस बीमारी से!
अगर ये बीमारी है तो भारत में इस बीमारी के शिकार करोड़ों लोगों लोग होंगे. यहां की सामाजिक संरचना ऐसी है कि 20 साल की उम्र पार करते ही लोगों पर शादी का प्रेशर पड़ने लगता है.
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