Trans लोगों को 'मानसिक रूप से बीमार' बताकर इस देश से शुरू हुई एक नई बहस...

Written By पुनीत जैन | Updated: May 20, 2024, 02:43 PM IST

Transgender in Peru

Transgenders Declared Mentally Ill In Peru: दक्षिण अमेरिकी देश Peru से एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां सरकार ने ट्रांस लोगों को मानसिक रूप से बीमार घोषित कर दिया है और इनको फ्री में इलाज मुहैया कराने की बात कही है.

Transgenders Declared Mentally Ill In Peru: चाहे भारत हो या दुनिया को कोई अन्य मुल्क, Transgenders की हालत किसी से छिपी नहीं है. तमाम जगहों पर इन्हें तिरस्कार का सामना करना पड़ता है. Transgenders के सामने चुनौतियां कैसी हैं? इसे हम दक्षिण अमेरिकी देश Peru में घटित एक घटना से समझ सकते हैं. पेरू ने आधिकारिक तौर पर एक बहुत बड़ी घोषणा की है. न्यूयॉर्क पोस्ट में छपी एक रिपोर्ट को यदि सच मानें तो पेरू ने ट्रांसजेंडर्स, नॉन बाइनरी और इंटरसेक्स लोगों को मानसिक रूप से बीमार घोषित कर दिया है. इसके साथ पेरू के स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनके मुफ्त इलाज की बात भी की है. 

क्या कहा गया है रिपोर्ट्स में?

टेलीग्राफ के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह निर्णय इसलिए लिया है ताकि देश में मौजूद ट्रांस समुदाय को भी तमाम स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा सकें जिसमें इनके मानसिक हेल्थ का इलाज भी शामिल है.

आउटलेट पिंक न्यूज के अनुसार इस फैसले को ध्यान में रखते हुए देश में जरूरी स्वास्थ्य बीमा योजना में भी बदलाव किया जाएगा, जिससे ट्रांस लोगों को मानसिक रूप से बीमार दिखाया जा सके.

ज्ञात हो कि अभी बीते दिनों ही पेरू के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी किया था जिसमें इस बात का जिक्र था कि बदलाव की वजह से ट्रांस लोगों को लिंग कंवर्जन थेरेपी के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.

फैसला, ट्रांस लोगों को उनके हक की लड़ाई से पीछे घसीट रहा 

सरकार की इस घोषणा पर देशभर के LGBTQ+ ग्रुप्स के कार्यकर्ताओं ने इस फैसले का खंडन करते हुए इसकी आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि ये फैसला उनको अपने अधिकारों और सुरक्षा की लड़ाई से पीछे खींच रहा है. 


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ट्रांस समुदाय के अधिकारों को छीना जा रहा है

टेलीग्राफ से बातचीत के दौरान लीमा के साउथ सांइटिफिक यूनिवर्सिटी के मेडिकल शोधकर्ता पर्सी मायटा-ट्रिस्टन ने बताया कि ये फैसला LGBTQ+ से संबंधित मुद्दों के प्रति कम जागरुकता को दर्शाता है.

उन्होंने कहा कि ट्रांस समुदाय को मानसिक रूप से बीमार घोषित करने के बाद उनके पास कोई अधिकार नहीं बचता है. सीधे तौर पर नहीं पर लेकिन उन्हें कंवर्जन थेरेपी के लिए मजबूर किया जा रहा है.

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