Haryana Assembly Elections Result 2024: हरियाणा चुनाव के नतीजों के बीच सोशल मीडिया पर ‘गोहाना की जलेबी’ की चर्चा तेज हो गई है. जैसे-जैसे चुनावी रुझान बदल रहे हैं, वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर मजेदार Memes और चुटकी लेने वाले कमेंट्स की बाढ़ आ गई है. इस बार ‘गोहाना का जलेबा’ (बड़ी जलेबी) ट्विटर और दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर खूब ट्रेंड कर रहा है.
जलेबी का चुनाव से क्या है कनेक्शन?
दरअसल, ये पूरा किस्सा चुनाव प्रचार (Election Campaign) के दौरान शुरू हुआ. उस वक्त कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा एक रैली में थे. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गोहाना की मशहूर ‘मातूराम जलेबी’ का डिब्बा गिफ्ट किया. राहुल गांधी ने इसे मंच से सबके सामने स्वीकार किया. राहुल गांधी ने मंच से इन जलेबियों की तारीफ करते हुए कहा कि अगर इनका बड़े स्तर पर उत्पादन (Production) किया जाए, तो ये देश-विदेश में निर्यात (Export) हो सकती हैं. साथ ही इससे रोजगार (Employment) के नए मौके भी पैदा होंगे.
जमकर ट्रोल हुए थे राहुल गांधी
राहुल गांधी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया गया. फिर जैसे ही चुनावी नतीजे आने शुरू हुए, कांग्रेस की स्थिति भी जलेबी की तरह उलझती हुई दिखने लगी. पहले सुबह कांग्रेस आगे नजर आ रही थी, लेकिन दोपहर होते-होते वो पिछड़ने लगी. इस उतार-चढ़ाव की तुलना लोगों ने जलेबी की टेढ़ी-मेढ़े रूप से कर दी. ये देखते ही देखते ‘गोहाना की जलेबी’ ट्रेंड करने लगी.
सोशल मीडिया पर लोगों के मजेदार रिएक्शन
नतीजों के बदलते ही सोशल मीडिया पर कांग्रेस की स्थिति को लेकर मजेदार कमेंट्स और मीम्स की बाढ़ आ गई. किसी ने कांग्रेस की तुलना ‘जलेबी जैसी उलझी हुई पार्टी’ से कर दी, तो किसी ने मजाक में लिखा, 'कांग्रेस भले ही चुनाव हार जाए, लेकिन जलेबी फैक्ट्री का सपना मत हारने देना.' दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर पहले से ही जलेबियां और मिठाई बांटने की तैयारी हो चुकी थी, लेकिन जैसे-जैसे नतीजे बदलते गए, वहां का माहौल भी ठंडा पड़ गया.
ये भी पढ़ें: Haryana Assembly Election Results 2024: वोट शेयर बढ़ाकर भी कैसे पिछड़ गई कांग्रेस, 5 पॉइंट्स में समझें पूरी बात
गोहाना की जलेबी क्यों है खास?
गोहाना की ये जलेबी अपने बड़े आकार और खास स्वाद के लिए जानी जाती है, जिसे ‘जलेबा’ भी कहा जाता है. इसका इतिहास 1958 से जुड़ा है, जब इसे मातूराम जी ने बनाना शुरू किया था. आज उनके पोते रमन और नीरज गुप्ता इसे संभाल रहे हैं. ये जलेबियां पूरी तरह से शुद्ध देसी घी में बनाई जाती हैं. एक-एक जलेबी का वजन करीब 250 ग्राम होता है.
चुनावी चर्चा के बीच छाई ‘जलेबी’
इस तरह हरियाणा के चुनावी नतीजों के बीच गोहाना की ये जलेबी एक अनोखा मुद्दा बनकर उभरी है. लोग नतीजों की उठापटक को जलेबी से जोड़कर खूब मजे ले रहे हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.