करीब दो महीना चली कवायद के बाद लोकसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. 293 सीटों के साथ एनडीए गठबंधन को बहुमत मिला है. जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाले INDIA ब्लॉक को 234 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. लोकसभा चुनाव भारत में थे मगर पूरी दुनिया की नजर परिणामों पर थी. रिजल्ट देखकर न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान भी सकते में आ गया है. एनडीए के प्रदर्शन को लेकर पाकिस्तान से किस्म-किस्म की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. चाहे वो पाकिस्तान के पत्रकार हों या फिर राजनयिक भाजपा की कम सीटों और इंडिया ब्लॉक की परफॉरमेंस पर इनकी ख़ुशी देखने वाली है.
ध्यान रहे कि पूर्व में इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी लोकसभा रिजल्ट्स पर लगातार अपनी राय दे रहे और तमाम बातें कर रहे हैं. फवाद की टिप्पणी एक विशेष एजेंडा के साथ-साथ भारत के प्रति उनकी नफरत जाहिर करती नजर आ रही हैं.
अपने एक ट्वीट में फवाद चौधरी ने लिखा है कि भारत चुनाव पर मेरी हर भविष्यवाणी लगभग सही साबित हुई है, अब मैं यह कह सकता हूं कि मोदी निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल पूरा करने की संभावना लगभग शून्य है, अगर भारतीय गठबंधन अपने पत्ते ठीक से खेलता है तो भारत में मध्यावधि चुनाव होंगे.
फवाद चौधरी की तरह ही भारत में उच्चायुक्त रह चुके पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित की भी इन चुनावों पर पैनी नजर है. अपने एक ट्वीट में बासित ने भारत के लोगों की तारीफ करते हुए कहा है कि, 'सांप्रदायिक कट्टरता और भाजपा के हिंदू राष्ट को खारिज करने के लिए भारत के लोग सराहना के पात्र हैं.'
क्योंकि पूर्व में तमाम मौकों पर बासित कश्मीर को एक बड़े मुद्दे की तरह पेश कर कर चुके हैं इसलिए फिर एक बार उन्होंने इसे मुद्दा बनाया है. उन्होंने ट्वीट किया कि श्रीनगर से लेकर करगिल तक जम्मू-कश्मीर में भाजपा के उम्मीदवारों की चुनावी हार ने बिना किसी शंका के बता दिया कि कश्मीरी आत्मनिर्णय के अपने अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखे हुए हैं. उन्हें सलाम.'
वहीं पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के मीडिया सलाहकार रहे उमर आर कुरैशी ने भी भारतीय मुसलमानों के कंधे पर बंदूक रख भारत पर वार किया है. उन्होंने एक ट्वीट का जवाब देते हुए बताया है कि क्यों भारतीय मुसलमान भाजपा से दूर है.
पाकिस्तान के पत्रकार साबिर शाकिर ने डॉन के फ्रंट पेज की तस्वीर शेयर करते हुए कहा है कि,'संविधान और लोकतंत्र की सर्वोच्चता ने ताकत और नफरत को हराया. सबक लेना चाहिए.'
इसी तरह एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने भी लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा है कि, क्या भारत के चुनाव नतीजों में हमारे लिए कोई सबक है? या नहीं?'
बताते चलें कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार किये जा रहे इन ट्वीट्स पर भारतीय यूजर्स के भी जवाब आ रहे हैं. X पर तमाम भारतीय यूजर्स ने पाकिस्तानी हुक्मरानों को अपने मुल्क और वहां की समस्याओं पर ध्यान देने की नसीहत की है.
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