डीएनए हिंदी: 'जीवन में पैसा ही सबकुछ नहीं होता' यह बात तो आपने कई बार सुनी होगी लेकिन आज जो किस्सा हम आपको बताने वाले हैं इसे जानने के बाद आपको यकीन हो जाएगा कि वाकई जीवन में पैसा ही सब कुछ नहीं है. दरअसल यह खबर एक ऐसे शख्स के बारे में है जो फाइनेंस सेक्टर में 82 लाख रुपए की नौकरी कर रहा था. यह बतौर टीम लीडर काम करता था और जैसा कि आप देख रहे हैं अच्छा-खासा कमा रहा था लेकिन कुछ चीजों से वह इतना परेशान हो गया कि अब छोटी सी नौकरी से गुजारा कर रहे है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला पॉल नाम का यह शख्स अब मैक डॉनल्ड में नाइट शिफ्ट में सफाईकर्मचारी का काम कर रहा है. पॉल को इस काम के लिए अपनी पहली सैलरी से करीब आधे पैसे मिल रहे हैं लेकिन वह इस काम से बहुत खुश है. पॉल ने अपनी नौकरी छोड़ने के कारण के बारे में बताया कि वह कंपनी के माहौल से परेशान थे और रोज की मीटिंग्स से तंग आ चुका था. यही वजह थी कि जब वह मीटिंग्स का प्रेशर नहीं झेल पाया तो शांती पाने के लिए उसने नौकरी छोड़ने के विकल्प को चुना.
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दूसरी नौकरी ढूंढ़ने के लिए बेलने पड़े कई पापड़
अपनी नौकरी छोड़ने के बाद पॉल ने नई नौकरी देखना शुरू कर दिया. पॉल के CV में 23 साल का फाइनेंस सेक्टर का एक्सपीरिएंस था. इसे देखने के बाद कोई भी पॉल को फोन नहीं करता था. जब पॉल को कहीं से भी रिस्पांस नहीं आया तो उन्होंने मैक डॉनल्ड में नाइट शिफ्ट के कर्मचारी की जॉब के लिए अप्लाई कर दिया. यहां से उन्हें 10 मिनट बाद ही फोन आ गया. पॉल 15 साल की उम्र में भी यहां पर काम कर चुके हैं. यहां पर पॉल की सैलरी 43 लाख रुपये है और जॉब की टाइंमिग रात के 11 बजे से सुबह 7 बजे तक है. पॉल ने बताया कि वह मैक डॉनल्ड में सफाई कर्मचारी की जॉब से खुश है. यहां पर फालतू की मीटिंग्स भी नहीं होतीं.
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