Video: अस्पताल के अंदर मरीज की छाती पर चढ़ गया बंदर, मची ऐसी अफरा-तफरी कि डॉक्टर-नर्स हुए बेहाल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 02, 2022, 01:46 PM IST

जब रोगी और डॉक्टर ने बंदर को भगाने की कोशिश की तो बंदर ने डॉक्टर मनोज मीणा के जेब में रखे इयरपॉड निकाल लिए और उन्हें तोड़ दिया.

डीएनए हिंदी: राजस्थान के करौली में जिला मुख्यालय में बंदरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है. देर रात से एक बंदर ने हॉस्पिटल में डेरा जमा रखा था जिससे रोगी, उनके परिजन और अस्पताल का स्टाफ और डॉक्टर डरे हुए थे. बंदर ने कई रोगियों को भी घायल कर दिया. सुबह तो यह इमरजेंसी डॉक्टर कक्ष में जाकर बैठ गया और डॉक्टर और रोगी डर कर वहां से निकल गए. बंदर सोमवार रात से अस्पताल में उत्पात मचा रहा था. जब रोगी और डॉक्टर ने बंदर को भगाने की कोशिश की तो बंदर ने डॉक्टर मनोज मीणा के जेब में रखे इयरपॉड निकाल लिए और उन्हें तोड़ दिया. इसके बाद स्ट्रेचर पर लेटे एक गंभीर घायल रोगी के छाती पर चढ़ गया. जब रोगी के परिजनों ने बंदर को भगाने का प्रयास किया तो पूरे अस्पताल में हंगामा मच गया.

बंदर ने रोगी के पिता को भी घायल घायल कर दिया. जैसे तैसे लोग बंदर को अस्पताल के बाहर भगाया. तब जाकर रोगी और चिकित्साकर्मियों ने राहत की सांस ली. घटना की जानकारी फोन पर जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को दी गई. सूचना के बाद कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को बंदर पकड़वाने के निर्देश दिए हैं. यहां गौरतलब है कि इस बंदर ने पिछले 4 दिन से गुलाब बाग क्षेत्र में डेरा जमाया हुआ है. जहां 2 दर्जन से ज्यादा लोगों को बंदर ने काट कर घायल किया है. बताया जा रहा है कि ये बंदर मासलपुर से बस में बैठकर करौली आ गया.

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इसी प्रकार करौली के ढोली खार मोहल्ले में बंदरों ने एक 2 साल के बच्चे को धक्का देकर छत से गिरा दिया. गंभीर घायल अर्श पुत्र शहजाद निवासी ढोली खार को उपचार के लिए करौली के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया है, जहां उपचार जारी है. करौली अस्पताल पीएमओ डॉक्टर दिनेश गुप्ता का कहना है कि नए और पुराने अस्पताल में बंदरों का आतंक है जिसको लेकर कई बार नगर परिषद आयुक्त को पत्र लिखा है लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई.

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कलेक्टर अंकित कुमार सिंह का कहना है कि सूचना मिलते ही नगर परिषद आयुक्त को बंदर पकड़वाने के निर्देश दिए हैं. नगर परिषद द्वारा बंदर और गाय पकड़ने का ठेका किया हुआ है. ठेकेदार द्वारा बंदर और गाय पकड़ने के कार्य की भी जांच की जाएगी.

 

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