डीएनए हिंदी: Thailand News- आपने खेती-किसानी से जुड़े गोबर, मिट्टी, ऑर्गेनिक सब्जियां, फल आदि के कारोबार के बारे में सुना होगा, लेकिन हम जिस बिजनेस के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, वो इन सबसे अलग और अनूठा है. यह कारोबार है शुद्ध ताजा भरपूर ऑक्सीजन वाली हवा बेचने का. इस बिजनेस को थाईलैंड के एक किसान ने ईजाद किया है, लेकिन आप भारत में भी कर सकते हैं. वह भी बेहद कम लागत के साथ. बस जरूरत होगी आपको अपने गांव की मिट्टी से जुड़ने की और खेतों में शुद्ध ताजा हवा के लायक प्रदूषण रहित माहौल बनाने की. आइए आपको बताते हैं. इस होम बेस्ड बिजनेस आइडिया (Business Idea) के बारे में.
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कोरोनावायरस महामारी में तलाशा अवसर
दरअसल थाईलैंड के एक किसान ने कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के दौरान लोगों के फेफड़े फेल होते देखकर यह नया बिजनेस आइडिया तैयार किया. 'डेली स्टार' न्यूजपेपर की रिपोर्ट के मुताबिक. थाईलैंड के हैलफायर पास (Hellfire Pass) एरिया में रहने वाले 52 वर्षीय किसान दुसित ने लोगों को अपने खेत में आकर शुद्ध ताजा ऑक्सीजन से भरी हुई हवा को सांस के तौर पर लेने का पैकेज पेश किया है. इसके लिए वह अपने धान के खेत में लोगों से एक घंटा रहकर ताजा सांस लेने के बदले 2,500 रुपये वसूल रहा है.
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खेत में ही बनाई कैंपिंग
दुसित किसान होने के साथ ही एशियल लाइफ सोशल वेलफेयर डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के सचिव भी हैं. दुसित के खेत हिल एरिया में बेहद खूबसूरत इलाके में है. उसके पास बहुत बड़े खेत हैं, जिनमें वो धान की खेती करता है. इन खेतों में ही अब उसने टूरिस्ट कैंपिंग शुरू कर दी है. इन कैंपों में वह टूरिस्ट्स से एक घंटा रहकर ताजी हवा लेने के लिए 1,000 भाट (करीब 2,500 भारतीय रुपये) चार्ज करता है. यह चार्ज महज कैंपों में रहने के लिए ही नहीं है बल्कि दुसित इस एक घंटे के पैकेज में ठहरने वाले को लंच या डिनर भी प्रोवाइड कराते हैं.
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दावा है कि उसके खेत की हवा थाईलैंड में सबसे ज्यादा शुद्ध
यह किसान अपने खेत की हवा को थाइलैंड में सबसे ज्यादा ताजा और शुद्ध भी होने का दावा करता है. हालांकि उनकी कैंपिंग पूरी तरह कॉमर्शियल नहीं है. वह करीबी शहरों से आने वाले स्थानीय लोगों से लेकर बच्चों और दिव्यांगों तक से अपने खेत पर रुकने का चार्ज नहीं वसूलते हैं. वे यह चार्ज केवल बाहर से आने वाले टूरिस्ट्स से ही वसूल रहे हैं.
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