डीएनए हिंदी: उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के हलदौर थाना के हरिनगर में एक महिला अपनी ससुराल में बुलडोजर लेकर पहुंची तो हड़कंप मच गया. दरअसल महिला के ससुरालवालों ने 5 साल पहले उसे घर से निकाल दिया था. महिला ने हाईकोर्ट की शरण ली तो लंबी लड़ाई लड़ने के बाद महिला को कोर्ट से इंसाफ मिला मगर ससुरवालों ने महिला को घर मे नहीं घुसने दिया. इस पर महिला ने हाई कोर्ट का आदेश पुलिस अफसरों और अन्य प्रशासनिक अफसरों को दिखाया तो तमाम अफसर महिला के साथ बुलडोजर लेकर उसके ससुराल पहुंचे गए. फिर क्या था बुलडोजर को देख दरवाजा तुरंत खुल गया.
दरअसल पूरा मामला यह है कि थाना शहर कोतवाली इलाके के धोकलपुर के रहने वाले अधिवक्ता शेरसिंह ने अपनी पुत्री का विवाह तकरीबन 5 साल पहले हलदौर थाना इलाके के मोहल्ला हरिनगर के देवेंद्र सिंह के बेटे रॉबिन से किया था शादी के कुछ दिन बाद ही नूतन के ससुराल वालों ने नूतन से दहेज कि मांग करनी शुरू कर दी थी. इतना ही नहीं उसके साथ आये दिन ससुराल वाले मारपीट भी करते थे कुछ दिन बाद नूतन को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया था.
यह भी पढ़ें: Asia Cup Ind Vs Pak: भारत की जीत पर गदगद हुआ अफगानिस्तानी फैन, टीवी स्क्रीन चूमकर जाहिर की खुशी, देखें Video
पीड़ित नूतन के पिता ने 23 जून साल 2019 को थाना हलदौर में दामाद रॉबिन के खिलाफ संबंधित धाराओं मे मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद नूतन के ससुराल वालों ने नूतन को घर से निकाल दिया था. नूतन के पिता ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए घरेलू हिंसा का वाद इलाहबाद हाईकोर्ट मे दायर किया था. लंबी लड़ाई लड़ने के बाद इलाहबाद हाईकोर्ट ने नूतन को उसकी ससुराल में एंट्री दिलाये जाने और महिला को सुरक्षा दिलाये जाने का आदेश बिजनौर के डीएम और एसपी को दिया तो अफसरों की भारी भरकम फौज पीड़ित महिला नूतन को लेकर उसकी ससुराल पहुंचे गयी. ससुराल वालों ने पुलिस अफसरों की तमाम कोशिशों के बावजूद जब घर का दरवाजा नहीं खोला तो अफसरों ने फिर बुलडोजर मंगाया और उसके बाद बुलडोजर को देखते ही ससुराल वालों के होश उड़ गए और घर का दरवाजा खोल दिया और पीड़ित महिला को घर में एंट्री दिलाकर घर के दरवाजे पर पुलिस का पहरा बैठा दिया.
यह भी पढ़ें: Kanpur Viral Video: क्लास में भिड़ गई लड़कियां, बाल खींचे और जमकर हुआ गालीगलौज
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.