डीएनए हिंदी: राजस्थान की प्रिया सिंह इन दिनों खूब चर्चा में हैं. थाईलैंड में आयोजित हुई 39वीं अंतरराष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में प्रिया सिंह गोल्ड मेडल जीतकर लौटी हैं. दो बच्चों की मां प्रिया सिंह दलित समुदाय से आती हैं. वह राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर भी हैं. प्रिया सिंह ने पिछले कई सालों में लगातार संघर्ष करते हुए यह मुकाम हासिल किया है. वह बताती हैं कि घूंघट की आड़ से थाईलैंड तक का सफर उनके लिए बहुत चुनौती भरा रहा है. वह अपनी कामयाबी के बाद भी राजस्थान सरकार से नाराज हैं और उनका कहना है कि वह देश का नाम रोशन करके लौटी हैं लेकिन उन्हें किसी ने पूछा तक नहीं.
प्रिया सिंह राजस्थान में पिछले तीन सालों से लगातार मिस राजस्थान का खिताब जीतती आ रही हैं. वह जिम ट्रेनर और महिला बॉडी बिल्डर के रूप में काफी मशहूर रही हैं. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देती हैं. उनका कहना है कि बॉडी बिल्डिंग के लिए एक आम इंसान की तुलना में ज्यादा डाइट और मेहनत लगती है ऐसे में उनके परिवार ने उनकी खूब मदद की.
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कौन हैं बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह?
प्रिया सिंह राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली हैं. प्रिया सिंह की शादी सिर्फ़ 8 साल की उम्र में ही हो गई थी. परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी जिसकी वजह से उन्हें नौकरी करनी पड़ी. प्रिया ने जिम में नौकरी के लिए अप्लाई किया और उनकी अच्छी पर्सनैलिटी को देखते हुए उन्हें नौकरी मिल भी गई. यहीं से प्रिया सिंह ने जिम ट्रेनिंग शुरू की और अब वह देश की कामयाब महिला बॉडी बिल्डर हैं.
प्रिया सिंह दो बच्चों की मां भी हैं लेकिन उन्होंने परिवार, ट्रेनिंग और प्रतियोगिताओं को बखूबी संभाला है. दलित समुदाय से आने वाली प्रिया सिंह ने चंद्र शेखर आजाद सरीखे कई नेताओं से मुलाकात की है. इन नेताओं ने प्रिया सिंह के लिए आवाज भी उठाई है कि इतनी बड़ी प्रतियोगिता जीतने के बावजूद सरकार की ओर से प्रिया को को कुछ नहीं मिला.
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इसके बावजूद प्रिया सिंह नाराज तो हैं लेकिन निराश नहीं हैं. वह कहती हैं कि आगे चलकर वह मिस यूनिवर्स और ओलंपिया में जाकर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. वह चाहती हैं कि लड़कियों के प्रति समाज की सोच बदले और जितना सम्मान उन्हें मिल रहा है उतना ही सम्मान हर बेटी को दिया जाए.
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