सोशल मीडिया पर एक इन्फ्लुएंसर, जिसे Captain Anshuman Singh की विधवा समझ लिया गया था, ने Instagram पर एक बयान में स्पष्ट किया है कि वह अंशुमान की विधवा Smriti Singh नहीं है. Reshma Sebastian नाम की इस इन्फ्लुएंसर ने अपने बयान में लोगों से 'गलत जानकारी और नफरत भरी टिप्पणियां फैलाने' से बचने का आग्रह किया.
बताते चलें रेशमा का यह बयान उस वक़्त आया है, जब इंटरनेट पर उन्हें तमाम लोगों के द्वारा ट्रोल किया जा रहा है. लोग लगातार उन्हें खरी खोटी सुना रहे हैं और यही कह रहे हैं कि वह कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा स्मृति सिंह जैसी दिखती हैं.
ध्यान रहे इंटरनेट पर कई असभ्य टिप्पणियां की जा रही हैं जिसमें दिवंगत कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह पर अपने ससुराल वालों को 'धोखा देने' का आरोप लगाया गया था.
गौरतलब है कि कैप्टन अंशुमान सिंह गत वर्ष सियाचिन में हुई आग की घटना में अपने साथी सैनिकों को बचाने की कोशिश करते हुए शहीद हो गए थे. अदम्य साहस दिखाने के लिए उन्हें इस साल 5 जुलाई को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया.यह पुरस्कार उनकी पत्नी स्मृति सिंह और उनकी मां ने ग्रहण किया.
हालांकि, उनके माता-पिता ने दावा किया कि स्मृति वीरता पुरस्कार के साथ-साथ उनके फोटो एलबम, कपड़े और अन्य यादें भी पंजाब के गुरदासपुर स्थित अपने घर ले गईं.
इस बीच, ऑनलाइन ट्रोलिंग से तंग आकर रेशमा ने 14 जुलाई को एक बयान जारी किया, जिसका शीर्षक था: 'इसकी भी एक सीमा होती है.'
रेशमा ने अपने बयान में कहा, 'यह स्मृति सिंह (भारतीय सेना के सैनिक कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा) का पेज/आईजी अकाउंट नहीं है. पहले प्रोफ़ाइल विवरण और बायो पढ़ें. कृपया गलत जानकारी और नफ़रत भरी टिप्पणियां फैलाने से बचें.'
अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज़ पर रेशमा ने कहा कि, स्मृति सिंह के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए मेरी पहचान का इस्तेमाल करना बेतुका है. ट्रोलिंग से रेशमा कुछ इस हद तक आहत हैं कि उन्होंने ट्रोल्स पर कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है.
ध्यान रहे कि रेशमा सेबेस्टियन, जिनके इंस्टाग्राम पर 3 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, अपने पति और बेटी के साथ जर्मनी में रहती हैं.
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