डीएनए हिंदी: कब्रिस्तान मे रेस्टोरेंट, सुनने में जरूर अजीब लग रहा होगा लेकिन मजाक नहीं. वाकई ऐसा एक रेस्त्रां हैं और यह विदेश में नहीं बल्कि अपने ही देश में है. यह गुजरात के अहमदाबाद में है. इसका नाम 'द न्यू लक्की' रेस्त्रां है. यहां आपको चाय और खाने-पीना का इंतजाम कब्रों के आस-पास किया गया है. इस रेस्त्रां में टेबल से ज्यादा कब्र हैं जिनके आस-पास बैठकर लोग खाना खाते हैं. यहां की बैठने की व्यवस्था तो हटके है ही यहां की चाय और खाना भी बहुत मशहूर है. इसकी शुरुआत एक छोटी-सी दुकान के जरिए हुई थी उस समय लोग कब्र के आस-पास बैठकर चाय पीया करते थे. आज बैठने की अच्छी व्यवस्था है.
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कब्रिस्तान में क्यों बना रेस्त्रां ?
कब्रों के बीच चाय की दुकान की शुरुआत 1950 में हुई थी. केएच मोहम्मद ने सूफी सेन की कब्र के बराबर मे चाय की दुकान खोली. इस दुकान ने उनके दिन बदल दिए. उन्होंने फिर कभी इस जगह का साथ नहीं छोड़ा. हर रोज कब्रों पर फूल चढ़ाए जाते हैं. यहां का पूरा स्टाफ सभी 26 कब्रों का पूरा ख्याल रखता है. कब्रों के बीच बैठकर खाने का अनुभव लेने के लिए लोग यहां बहुत दूर-दूर से आते हैं. इस लक्की रेस्टोरेंट को लोग गुडलक के लिए खास मानते है. कब्रों के बीच बैठकर खाने का अनुभव लेने के लिए आपको इस रेस्त्रां ही जाना पड़ेगा क्योंकि पूरे देश में ऐसा एक ही हैं जहां ऐसा अनुभव किया जा सकता है.
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