डीएनए हिंदी: दुनिया के कई देशों में पुरुषों की प्रधानता होने की वजह से महिलाओं को दबकर रहना पड़ता है. कई देशों में महिलाएं गुलामी का जीवन की रही हैं हालांकि कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां महिलाएं पुरुषों के साथ कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताएंगे, जहां महिलाओं की हुकूमत चलती है. यहां तक की पुरुषों को नागरिकता भी नहीं दी जाती है.
यह देश यूरोप में है, जिसका नाम 'अदर वर्ल्ड किंगडम' है. जो 1996 में यूरोपियन देश चेक रिपब्लिक से बना था. हालांकि, इसे अन्य राष्ट्रों ने देश का दर्जा नहीं दिया है. इस देश की कमान महिलाएं ही संभालती हैं. कहा जाता है कि इस देश में पुरुषों को नागरिकता पाने के लिए कम से कम 5 दिनों तक रानी के महल में रहना होता है. रानी के हर आदेश का पालन करना होता है और देश के बाहर से कोई आता है तो उसे रानी के लिए सोफा बनना पड़ता है. यहां तक कि अगर किसी को शराब पीनी हो तो उसे मालकिन के पैरों में पहले डाला जाता है और उसके बाद ही कोई पी सकता है.
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कौन हैं इस देश की रानी?
इस देश की रानी पैट्रिसिया-1 है, उनके अलावा इस देश में किसी और की नहीं सुनी जाती है. यहां पुरुषों को गुलामों के अलवा कुछ भी नहीं समझा जाता. यहां कोई भी काम महिलाओं की इजाजत के बिना पुरुष नहीं कर सकते. वहीं, पुरुषों के लिए सख्त कानून भी बने हैं. जो पुरुष इस कानून का पालन नहीं करता इसे सख्त सजा से गुजरना पड़ता है. चेक रिपब्लिक में स्थित इस देश का अपना झंडा, करेंसी, पासपोर्ट और पुलिस फोर्स है.
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पुरुषों को समझा जाता है गुलाम
इस देश में महिलाएं पुरुषों को गुलाम बनाकर रखती है और पुरुष यहां जानवर की तरह समझ जाते हैं. यहां तक कि जीभ चाटकर महिलाओं की सैंडल साफ करते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि इस देश का मुख्य इमारत महारानी का महल है. जहां से पूरे देश पर शासन चलता है. यहां दरबार, लाइब्रेरी, दावत हॉल, यातना गृह, स्कूल रूम, जिम और कैदियों को रखने वाले जेल तहखाने हैं. इसके अलावा यहां स्विमिंग पूल, रेस्टोरेंट और नाइट क्लब भी हैं. कहा जाता है कि इस देश के निर्माण में दो मिलियन डॉलर की लागत आई थी.
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