10 डिजिट का ही क्यों होता है Mobile Number, 11 या 9 क्यों नहीं?

क्या आपने कभी सोचा है कि भारत के मोबाइल नंबर में केवल 10 डिजिट ही क्यों होती हैं? ये 11 भी हो सकती हैं या 9 भी फिर 10 ही क्यों?

 बता दें कि इसके पीछे एक खास कारण है. आइए जानते हैं इसके बारे में- 

क्या है वजह?

भारत में 10 डिजिट का मोबाइल नंबर करने के पीछे सरकार की राष्ट्रीय नंबरिंग योजना यानी National Numbering Plan है. आधुनिक युग में शायद ही कोई मोबाइल के बिना रह पाए. ये हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी का एक अहम हिस्सा बनकर सामने आया है. बिना फोन के लाइफ के बारे में सोचना असंभव सा होता जा रहा है. आज 100 में से 99 फीसदी लोगों के पास मोबाइल फोन होता है. 

अनेकों नंबर तैयार करने के लिए लिया गया फैसला

ऐसे में अगर मोबाइल नंबर एक डिजिट का होगा तो 0 से 9 के बीच में मात्र 10 लोगों ही को नंबर मिल सकेगा. वहीं, अगर इसे बढ़ाकर 2 डिजिट का कर दिया जाए तो केवल 100 लोगों को ही नंबर मिल पाएगा. इसी वजह से अनेकों नंबर तैयार करने के लिए भारत की सरकार (Government of India) ने 10 डिजिट के फोन नंबर निकालने का आदेश दिया था.

पहले 9 डिजिट के हुआ करते थे नंबर

बता दें कि इससे पहले भारत में 9 संख्या वाले फोन नंबर हुआ करते थे. बाद में नंबरों की संख्या 9 डिजिट से बढ़ाकर 10 डिजिट कर दी गई.

जनसंख्या भी है अहम कारण

मोबाइल नंबर को 10 डिजिट में बदलने के पाछे देश की जनसंख्या भी एक अहम कारण है. भारत की आबादी 131 करोड़ के करीब है. ऐसे में 1 से लेकर 9 डिजिट तक के नंबरों से कुछ ही लोगों के फोन नंबर तैयार किए जा सकते हैं. वहीं, 10 डिजिट के हिसाब से 1 हजार करोड़ फोन नंबर तैयार हो सकते हैं. 

10 से होगी 11 डिजिट?

साल 2019 में एक खबर आई थी जिसमें कहा गया कि भारत में अब 10 की जगह 11 डिजिट के मोबाइल नंबर हो सकते हैं. हालांकि, तब TRAI ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया था.