देवी मां के इस मंदिर में चढ़ाए जाते हैं नूडल्स, कहलाता है Chinese Kali Temple

यूं तो मंदिरों में भगवान को मिठाई या दूसरे पकवानों का भोग लगाया जाता है लेकिन एक मंदिर है जहां यूनीक भोग लगाया जाता है.

| Updated: Apr 26, 2022, 01:32 PM IST

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कोलकाता के टंगरा क्षेत्र में 'चाईनीज काली मंदिर' है. यह इलाका चाइना टाउन (China Town) के नाम से जाना जाता है. गली में स्थित यह मंदिर तिब्बती शैली का है. इस मंदिर की गली में पुराने कोलकाता और पूर्वी एशिया की खूबसूरत संस्कृति की झलक देखने को मिलती है.

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मंदिर में भोग लगाने के लिए केवल चाइनीज डिश बनाई जाती हैं. केवल भोग ही नहीं पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाली अगरबत्तियां भी चीन की होती हैं. प्रसाद के अलावा यहां की खुशबू भी बाकी मंदिरों से अलग होती है. मंदिर में पूजा-पाठ एक बंगाली पुजारी करवाते हैं और बुरी आत्माओं को दूर रखने के लिए यहां खास मौकों पर हाथ से बने कागज जलाए जाते हैं.

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मां काली के इस मंदिर में चाइनीज प्रसाद चढ़ाए जाने की एक खास वजह है. करीब 20 साल पहले यह मंदिर चीनी और बंगाली लोगों के दान से बनाया गया था. इस जगह पर पिछले 60 सालों से एक पेड़ के नीचे ही देवी मां की पूजा की जाती थी. 
 

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स्‍थानीय लोग बताते हैं कि कई साल पहले एक चीनी लड़का गंभीर रूप से बीमार हो गया था. इस लड़के पर किसी इलाज का असर नहीं हो रहा था. एक दिन बच्चे के माता-पिता उसे वहां लेकर आए और पेड़ के नीचे लेटा दिया. इसके बाद उन्होंने देवी मां से प्रार्थना की और चमत्‍कारिक रूप से लड़का ठीक हो गया. इसके बाद यह मंदिर बनाया गया और हिंदू समुदाय के साथ-साथ चीनी समुदाय के लिए भी यह मंदिर आस्‍था का केंद्र बन गया.
 

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जब चीनी लोगों ने मंदिर में आना शुरू किया तो उन्‍हें अपनी संस्‍कृति के अनुसार देवी मां को भोग लगाना शुरू किया. इसके बाद से ही यहां मां को भोग में नूडल्‍स, चॉप्‍सी आदि चढ़ने लगे.