साबुन से लेकर विक्स तक... भारत में धड़ल्ले से बिकने वाली ये चीजें विदेशों में हैं बैन, लिस्ट में समोसा भी शामिल
क्या आप जानते हैं, ऐसे कई प्रॉडक्ट्स हैं जो दुनिया के अन्य देशों में तो बैन हैं लेकिन भारत में उनकी बिकरी बड़े ही आम तरीके से होती है. यानी ये प्रॉडक्ट्स भारत में काफी सामान्य हैं लेकिन विदेशों में इनके इस्तेमाल करने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा है. इन प्रॉडक्ट्स में साबुन से लेकर कार तक शामिल हैं. इसके अलावा कुछ प्रॉडक्ट्स तो ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल हम भारतीय एक दिन में कर ही लेते हैं.
हमारे देश भारत में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक जब भी किसी को सर्दी-जुकाम होता है तो उसे विक्स वेपोरब का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. भारत में यह बड़ी ही आसानी के साथ आपको हर एक दुकान पर मिल भी जाती है लेकिन क्या आप जानते हैं, जिस विक्स का इस्तेमाल हमारे देश के छोटे-छोटे बच्चे करते हैं, अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों में उसपर पूरी तरह बैन लगा है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि विक्स में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं. यही वजह है कि गले में थोड़ी सी खरास या सर्दी-जुकाम होने पर भारत में भले ही विक्स का सेवन आम हो लेकिन यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कई देशों में इस पर पूरी तरह से पाबंदी है.
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जी हां, जिस समोसे के बिना हर इंडियन पार्टी अधूरी है, एक देश ऐसा भी है जहां इसे खाने पर बैन लगा है. हम बात कर रहे हैं अप्रीकी देश सोमालिया (Somalia) की. यहां गलती से भी कोई समोसा नहीं खा सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सोमालिया में समोसा केवल इसलिए नहीं खाया जाता क्योंकि इसकी शेप त्रिकोण होती है.
दरअसल, सोमालिया का एक चरमपंथी समूह मानता है कि समोसे का त्रिकोणीय रूप क्रिश्चियन कम्युनिटी के करीब है. वह उनके पवित्र चिन्ह से मिलता है. चूंकि वह इस चिन्ह को सम्मान देते हैं. इसलिए सोमालिया में समोसा प्रतिबंधित किया गया है.
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भारत में जब भी किसी को सिर दर्द की शिकायत होती है तो सबसे पहले डिस्प्रिन का इस्तेमाल किया जाता है. इससे उन्हें तुरंत आराम भी लग जाता है. हमारे देश में यह दवा आपको किसी भी स्टोर पर आसानी से मिल जाएगी. इसके अलावा अक्सर टीवी पर इसका प्रचार भी देखने को मिल जाता है लेकिन अमेरिका और यूरोप में ये प्रतिबंधित है.
इन देशों में डिस्प्रिन को स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं माना जाता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि डिस्प्रिन शरीर में प्लेटलेट्स को कम कर देती है जिससे किसी को जान का खतरा भी हो सकता है.
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आप में से कई लोगों के घरों में ऑल्टो 800 कार होगी. बजट फ्रेंडली कार होने के कारण इंडियन फैमिली इस कार को अफोर्ड कर पाती हैं लेकिन विदेशों में सुरक्षा मानकों में यह गाड़ी खरी नहीं उतरती इसलिए यूरोपीय मुल्कों में इसे बैन कर दिया गया.
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संयुक्त राज्य अमेरिका में लाइफबॉय बैन है. कहा जाता है कि लाइफबॉय के इस्तेमाल से त्वचा पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है. यही वजह है कि अमेरिका में कोई भी शख्स इस साबुन का इस्तेमाल नहीं करता है.
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एनर्जी ड्रिंक रेड बुल फ्रांस और डेनमार्क में बैन है. इसके अलावा लिथुआनिया में 18 वर्ष से कम उम्र के लोग इस ड्रिंक का सेवन नहीं कर सकते हैं. फ्रांस और नॉर्वे जैसे देशों में इस ड्रिंक में अधिक कैफीन की मात्रा पाए जानें के कारण बैन लगाया गया है तो वहीं, कुछ देशों के संबंधित विभागों का मानना है कि ये ड्रिंक दिल का दौरा, डिहाइड्रेशन, उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देती है. इतनी जगहों पर बैन होने के बावजूद भी भारत में लोग इसे एंजॉय करते हैं.
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भारत में 100 में से 99 घरों में हर रोज कच्चा दूध आता है. देश के हर गांव से लेकर शहर तक दूधिया सीधे दूध दोहकर घरों तक बाल्टियों में पहुंचाता रहा है लेकिन अमेरिका और कनाडा में ऐसा नहीं है. संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में बिना पाश्चुरीकृत दूध का उपयोग प्रतिबंधित है क्योंकि इसमें खतरनाक रोगाणु होते हैं जो गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं.