Viral: 13 साल की उम्र में हर महीने लाखों कमाता है ये बच्चा, मां की बीमारी ने बदल दी थी जिंदगी

मां की तबियत खराब हो तो कई बार बच्चों को घर का काम करना पड़ जाता है. ऐसा ही कुछ ओमारी मैक्वीन (Omari McQueen) के साथ हुआ.


जिंदगी कई बार ऐसे दिन दिखाती हैं कि हम अफसोस करें या जमकर लड़ें, समझना मुश्किल हो जाता है. ऐसी परिस्थिति छोटी सी ही उम्र में सामने आ जाए तो इस बारे में सोचना और मुश्किल है. मगर लंदन का एक बच्चा है जो हमें इस मामले में मिसाल बनकर दिखा रहा है. उसकी मम्मी का आधा शरीर लकवाग्रस्त हो गया और उस पर अपने 5 छोटे भाई-बहनों समेत मम्मी को संभालने की जिम्मेदारी भी आ गई. इस संघर्ष भरी परिस्थिति को पार करके आज वह 13 साल की उम्र में लाखों कमाने वाले एक सेलेब्रिटी किड के तौर पर मशहूर हो गया है. 

मां की बीमारी में सीखा खाना बनाना


ओमारी उस वक्त सिर्फ 8 साल के थे जब उनकी मम्मी की तबियत खराब हुई. उनकी मम्मी का आधा शरीर पैरालाइज्ड हो गया. पापा को ऑफिस जाना होता था. घर पर छह भाई-बहनों में वह दूसरे नंबर का था. उस वक्त उसे भाई-बहनों को संभालना और कुकिंग दोनों सीखने पड़े.

अब कमा रहे हैं लाखों रुपये


इस मुश्किल भरे वक्त को ओमारी ने इतनी शिद्दत से निभाया कि आज वह मिसाल बन चुके हैं. 13 साल की उम्र में ओमारी एक जाने-माने शेफ हैं, कुकिंग बुक के राइटर हैं औऱ 'लाखों रुपये कमाने वाला एक बच्चा' के तौर पर दुनिया भर में जाने जा रहे हैं.

8 साल की उम्र में बना लिया था यूट्यूब चैनल


आपको जानकर हैरानी होगी कि ओमारी मैक्वीन (Omari McQueen) ने महज 8 साल की उम्र से ही सोशल मीडिया पर अपना कुकिंग अकाउंट (Cooking Account) बना लिया था. वह अपना एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं जिसका नाम 'ओमारी गोज वाइल्ड' (Omari Goes Wild) है. इस चैनल के जरिए वह टिप्स और रेसिपी शेयर करते हैं. 

11 साल की उम्र में रेस्टोरेंट


वह अपने काम को लेकर इतने पैशनेट रहे कि 11 साल की उम्र में ही रेस्टोरेंट शुरू कर दिया. इसी के साथ ओमारी दुनिया के सबसे युवा रेस्टोरेंट ओनर भी बने थे. इसमें उनकी मदद की थी रोजर वेड ने जो उन्हें LinkedIn के जरिए मिले थे. रोजर लंदन में Boxpark नाम से फूड हॉल्स की एक चेन चलाते हैं. ओमारी ने उनके साथ अपना रेस्टोरेंट आइडिया शेयर किया औऱ इस तरह ये कहानी आगे बढ़ी.

अपनी कंपनी भी शुरू कर दी


ओमारी मैक्वीन ने 'डिपालिशियस' (Dipalicious) नाम से अपनी खुद की कंपनी भी बना ली है. ये कंपनी प्लांट बेस्ड मील्स और जूस बेचती है. अब आप सोचेंगे कि ये बच्चा इतना काम करता है तो स्कूल कब जाता है. आपको बता दें कि ओमारी के पैरेंट्स ने उनके लिए ऑनलाइन प्राइवेट स्कूल से होम स्कूलिंग (Home Schooling) का ऑप्शन चुना है. वह घर से ही पढ़ाई करते हैं.