डीएनए हिंदी: कोविड संक्रमण की पहली लहर में एक शख्स जिसका अंतिम संस्कार हो गया था, जिसे लोग मरा हुआ मान रहे थे, वह जिंदा लौट आया है. अंतिम संस्कार के 2 साल बाद जिंदा लौटे एक शख्स को देखकर मध्य प्रदेश के धार जिले में लोग हैरत में पड़ गए हैं.
शख्स के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि उनका परिवार शनिवार को उस समय हैरान रह गया जब मरा समझा जाने वाला शख्स दो साल बाद सुबह करीब छह बजे करोंद कला गांव में अपनी मौसी के घर का दरवाजा खटखटाया. शख्स की उम्र 35 साल है और उसका नाम कमलेश पाटीदार है.
कमलेश के चचेरे भाई मुकेश पाटीदार ने शनिवार को बताया कि कमलेश कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान बीमार पड़ गया था और बाद में अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
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अंतिम संस्कार के बाद भी जिंदा लौटा शख्स
मुकेश पाटीदार ने बताया कि अस्पताल ने एक शव भी सौंपा था, जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार भी किया था. मुकेश ने कहा, 'अब वह घर लौट आया है लेकिन इस अवधि के दौरान वह कहां रहा, इस बारे में उसने कुछ नहीं बताया है.' अंतिम संस्कार के बाद भी शख्स जिंदा लौट आया है.
वडोदरा हॉस्पिटल ने सौंपा था शख्स का शव
कानवन थाना प्रभारी राम सिंह राठौर ने बताया कि परिजनों के अनुसार कमलेश पाटीदार 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित हुआ था और उसे वड़ोदरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उसे कोविड-19 संक्रमण की वजह से मृत घोषित कर दिया था.
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परिवार ने किया था अंतिम संस्कार, जिंदा देख घरवाले हैरान
लाश मिलने के बाद परिवार के सदस्यों ने वडोदरा में अस्पताल द्वारा दिए गए शव का अंतिम संस्कार किया और फिर अपने गांव लौट आए. अधिकारी ने बताया कि परिवार के सदस्यों को पता चला कि वह जीवित है और शनिवार को घर लौट आया है. अधिकारी ने कहा कि कमलेश पाटीदार के बयान दर्ज करने के बाद मामला स्पष्ट हो सकेगा. (इनपुट-PTI)
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