डीएनए हिंदी: हर इंसान चाहता है कि वो अमर हो जाए. कुछ लोग होते हैं जो मौत की सच्चाई को मान लेते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो मौत को मात देने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.ऐसे लोगों को अगर सनकी भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा. इंग्लैंड में भी एक ऐसा ही सनकी इंसान था,जिसने मौत के डर से अपनी कब्र में खिड़की बनवा दी. यह बात अब एक सोशल मीडिया वीडियो के जरिए सामने आई है.
पेश से डॉक्टर था यह शख्स
इंग्लैंड का यह व्यक्ति पेशे से डॉक्टर था, लेकिन मौत से डरता था. इसका नाम था Timothy Clarke Smith. 18 वीं सदी के अंत में उसकी मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि Dr Timothy Clarke एक बीमारी के मरीज थे. इस बीमारी को taphephobia नाम से जाना जाता है. ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज़ को हमेशा ज़िंदा दफ़न होने का डर सताता है.Timothy ने अपने इस डर पर काबू पाने के लिए विशेष सुरक्षा ताबूतों का अविष्कार तक कर डाला. अब Timothy की कब्र एक टूरिस्ट स्पॉट के रूप में जानी जाती है और लोग इस कब्र में पैसा रख कर चले जाते हैं.
अब कब्र बन चुकी है टूरिस्ट स्पॉट
इस कब्र को देखने वाले लोगों ने ट्विटर पर अपने अनुभव की जानकारी देते हुए बताया कि एक छोटी सी खिड़की से डॉक्टर की कब्र के अंदर झांका जा सकता है. लोगो ने यह भी सुनिश्चित किया कि Timothy को कब्र में एक छेनी और घंटी के साथ दफनाया गया. हालाँकि कब्र में जमी उमस के चलते अब इसके अंदर ठीक से दिखाई नहीं देता है.
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न्यू हेवन , वर्मांट में एवरग्रीन सेमेट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष रॉजर बोइस के मुताबिक जहां Timothy को दफनाया गया था वहां कांच की प्लेट लगी है. रॉजर के मुताबिक उस कब्र में एक सीढ़ी भी है और Timothy के साथ एक औज़ार और और घंटी को भी दफनाया गया था और उसी जगह पर मौजूद एक कांच के ज़रिए कब्र में कुछ इंच तक देख भी सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि टिमोथी की कब्र पर लगी घंटी को लोगों ने रात में कई बार सुना भी है लेकिन रॉजर इस बात से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखते और कहते हैं कि ऐसा लोगों के मानने पर निर्भर करता है.
क्या Taphophobia आम बीमारी है ?
आजकल टैफोफोबिया काफी दुर्लभ मानसिक विकार है, जबकि आजकल दूसरे प्रकार के social anxiety डिसऑर्डर देखे जा रहे हैं.
क्या Taphophobia किसी को भी हो सकता है ?
आमतौर पर इस बीमारी की कोई सटीक वजह अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि ये बीमारी जन्मजात हो सकती है यानी बच्चे के पैदा होने के बाद से भी इस तरह का फोबिया दिमाग में शुरू होने लगता है. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंसान के किसी दर्दनाक अतीत के चलते भी ऐसा हो सकता है जैसे किसी के साथ शारीरिक शोषण हुआ हो या कोई अन्य घटना.
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