डीएनए हिंदी: Kaushambi Dolphin Video- उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक हैरान करने वाली, लेकिन दर्द भरी घटना सामने आई है. कौशांबी जिले में यमुना नदी के अंदर मछुआरों के जाल में मीठे पानी की डॉल्फिन फंस गई, जिसे गंगेटिक डॉल्फिन या साउथ एशिया रिवर डॉल्फिन भी कहते हैं. बेहद दुर्लभ और संरक्षित प्रजाति की इस मछली को मछुआरों ने नदी से बाहर निकाला और घर ले जाने के बाद पकाकर खा गए. तीन मछुआरों का कंधे पर डॉल्फिन को लेकर जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद वायरल भी हो गया है. कौशांबी पुलिस ने संरक्षित प्रजाति की मछली के शिकार के आरोप में एक मछुआरे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश की जा रही है.
22 जुलाई की है डॉल्फिन के शिकार की घटना
डॉल्फिन के शिकार की यह घटना 22 जुलाई की बताई जा रही है. कौशांबी जिले के पिपरी थाना क्षेत्र में 22 जुलाई की सुबह 9 से 10 बजे के बीच चार मछुआरे रंजीत, संजय, दीवान और बाबाजी यमुना नदी में मछली पकड़ रहे थे. पुलिस के मुताबिक, मछली पकड़ने के दौरान मछुआरों के जाल में डॉल्फिन फंस गई. इसे कंधे पर उठाकर वे नसीरपुर गांव में एक मछुआरे के घर ले गए. इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. आरोप है कि मछुआरे डॉल्फिन को गांव में ले जाने के बाद उसे पकाकर खा गए.
वन विभाग ने दी मछुआरों के खिलाफ शिकायत
थानाध्यक्ष पिपरी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर मछुआरों का वीडियो वायरल होने के बाद चायल रेंज के वन रेंजर रविंद्र कुमार ने सोमवार (24 जुलाई) को तहरीर दी. इस तहरीर में रंजीत कुमार, संजय, दीवान व बाबा मछुआरों के खिलाफ डॉल्फिन के शिकार की शिकायत दी. SO सिंह के मुताबिक, इस शिकायत के आधार पर चारों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम- 1972 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. एक आरोपी रंजीत कुमार गिरफ्तार कर लिया गया है. उससे पूछताछ के आधार पर बाकी तीन फरार मछुआरों की गिरफ्तारी की कोशिश चल रही है.
यमुना में नहीं पाई जाती डॉल्फिन, वहां मिलना हैरानी वाली बात
मीठे पानी में रहने वाली डॉल्फिन को उत्तर भारत की स्थानीय भाषा में सूंस कहा जाता है. यह समुद्री डॉल्फिन से आकार में छोटी और गहरे भूरे-काले रंग की होती है. दुनिया में मीठे पानी की डॉल्फिन की महज 4 प्रजाति पाई जाती थी, जिनमें से चीन की यांग्तजी नदी में रहने वाली प्रजाति अब पूरी तरह खत्म हो चुकी है. अब दुनिया में केवल गंगा नदी, सिंधु नदी और अमेजन नदी में ही मीठे पानी की डॉल्फिन पाई जाती है. इनकी संख्या भी महज कुछ सौ ही है. यमुना नदी में डॉल्फिन नहीं पाई जाती है, ऐसे में कौशांबी में यमुना नदी में डॉल्फिन का मिलना बेहद हैरानी से देखा जा रहा है. यह विशेषज्ञों के लिए रिसर्च का विषय भी हो सकता है.
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