हिजाब पहनकर घूम रही थी आयशा, बुर्का हटा तो निकला जावेद, खुलासे पर हैरान रह गए लोग

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 15, 2023, 02:47 PM IST

Viral News: पिछले काफी दिनों से जावेद बुर्का पहनकर आयशा बनतकर अस्पताल में पुरुष मरीजों का इलाज कर रहा था, फिर अचानक उसकी असलियत का खुलासा हो गया.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के नागपुर के सरकारी इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यह पिछले 20 दिनों से एक आएशा नाम की डॉक्टर लोगों का इलाज कर रही थी. इस दौरान वह बुर्के में रहती थी. आयशा ज्यादातर पुरुष डॉक्टरों को देखती थी. हैरानी की बात यह है कि जब आयशा का बुर्का हटा तो वो आयशा नहीं बल्कि दाढ़ी में जावेद निकला जो कि कंप्यूटर मैकेनिक है. इस वाकये को सुन लोग हैरान रह गए हैं लेकिन यह पूरा मामला क्या है चलिए इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं. 

दरअसल, पिछले 20 दिनों से यह जावेद बुर्का पहनकर अस्पताल में घूमता था. इस दौरान उसकी कई मरीजों से दोस्ती हो गई थी. वह ज्यादातर बुर्के में आयशा बनकर पुरुष मरीजों का इलाज कर रहा था लेकिन अस्पताल के सुरक्षा गार्डों को उसकी हरकतों पर शक हो गया. उन्होंने जब डॉक्टर का हिजाब उठाकर देखा तो वो जावेद का पूरा भेद खुल गया कि वह महिला नहीं बल्कि पुरुष है.

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अस्पताल में करता था पुरुषों का इलाज

जावेद नाम का यह युवक 32 साल का बताया जा रहा है, जावेद कंप्यूटर मैकेनिक है. जावेद ने बताया कि वह समलैंगिक है और उसे पुरुषों से दोस्ती करना उसे उच्छा लगता है. इसलिए वह बुर्का पहनकर डॉक्टर के भेष में अस्पताल आता था. करीब 20 दिनों से वह मरीजों को अस्पताल में देख रहा था, ज्यादातर पुरुष मरीजों को देखता था. जावेद ने कहा कि बुर्के में होने के कारण कोई उसे पहचानता नहीं था इससे उसका काम और आसान हो जाता था.

जावेद का खुलासा काफी मुश्किल से हुआ था. अस्पताल की संतोषी नाम की महिला लगातार जावेद को रोकती थी और उसका नाम पूछती थी, बुर्के के पीछे जावेद हमेशा अपना नाम आयशा सिद्दीकी बताता था. खास बात यह है कि जब भी वो किसी से बातचीत करता था तो महिला की आवाज निकालता था और बुर्का हटाने पर रोकता था.

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महिला कर्मचारी के सामने 

आयशा के भेष में मौजूद जावेद संतोषी से कहता है वह पुरुषों के सामने बुर्का नहीं उतारेगी. इसके बाद जब संतोषी उसे एक कमरे में ले गई, जिसके बाद जावेद का खुलासा हो गई. पुलिस के सख्ती बरतने पर जावेद ने खुद को समलैंगिक होना बताया. उसने यह भी बताया कि बुर्के में होने से वह आसानी से किसी पुरुष को फंसा सकता था. इस वह बुर्का पहनकर अस्पताल आता था.

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