डीएनए हिंदी: Kerala News- केरल में एक बड़ा हादसा हो गया है. केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी के काफिले की एस्कॉर्ट जीप ने एक चौराहे पर एंबुलेंस वैन में जोरदार टक्कर मारी, जिससे एंबुलेंस कछुए की तरह पलटती चली गई. कोल्लम शहर में हुए हादसे के दौरान एंबुलेंस में मौजूद मरीज समेत तीन लोगों को गंभीर चोट आई है. यह घटना चौराहे पर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई है, जो सोशल मीडिया पर वायरल (Kerala Accident Video) हो गई है. लोग हादसे के लिए मंत्री को जिम्मेदार मान रहे हैं. कई लोगों ने उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया है, जिन्होंने एंबुलेंस के लिए अपना काफिला बीच में ही रुकवा दिया था.
एस्कॉर्ट व्हीकल के ड्राइवर की है गलती
कोल्लम शहर में यह हादसा गुरुवार (13 जुलाई) को कोट्टारक्कारा-पुलमन जंक्शन पर हुआ है. इस हादसे में मंत्री के काफिले की एस्कॉर्ट व्हीकल के ड्राइवर की गलती मानी जा रही है. ट्रैफिक के नियमों के मुताबिक, एंबुलेंस इमरजेंसी सर्विस में आती है, जिसके लिए रास्ता छोड़ने का प्रावधान है. ऐसे में कहा जा रहा है कि एस्कॉर्ट गाड़ी के ड्राइवर को एंबुलेंस का सायरन सुनकर वाहन रोकना चाहिए था. वीडियो में भी साफ दिख रहा है कि एंबुलेंस तेजी से चौराहे को पार कर रही थी, जिसके पिछले हिस्से में एस्कॉर्ट गाड़ी ने टक्कर मारी, जिसके बाद उसने कछुए की तरह एक के बाद एक कई पलटियां खाईं. हालांकि पुलिस का कहना है कि चौराहे पर हादसे के समय मंत्री के काफिले को निकालने के लिए ट्रैफिक को रोका हुआ था. इसी दौरान एंबुलेंस बीच में घुस गई.
चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी बाल-बाल बचा
CCTV वीडियो में यह भी दिख रहा है कि इस हादसे में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी बाल-बाल बच गया. यह पुलिसकर्मी टक्कर के बाद पलटती हुई एंबुलेंस की चपेट में आने से बेहद करीब से बच गया. यदि यह ट्रैफिक पुलिसकर्मी थोड़ा सा और करीब खड़ा होता तो उसकी जान भी जा सकती थी.
बाइक के कारण बचा बड़ा हादसा
वीडियो में यह भी दिख रहा है कि चौराहे पर एक बाइक ने भी नियम तोड़ा था, जिस पर दो लोग सवार थे. इस बाइक को बचाने के चक्कर में एस्कॉर्ट व्हीकल थोड़ा धीमा हो गया था. यदि ऐसा नहीं होता तो एस्कॉर्ट व्हीकल और एंबुलेंस की और ज्यादा जोरदार टक्कर होती, जिससे एस्कॉर्ट व्हीकल में बैठे पुलिसकर्मियों की भी जान पर बन सकती थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्सीडेंट के बाद शिक्षा मंत्री तत्काल अपनी गाड़ी से नीचे उतरकर आए और एंबुलेंस के पास पहुंचे. उन्होंने एंबुलेंस में सवार लोगों की हालत देखी और उन्हें पुलिस के जरिये अस्पताल भेजने का इंतजाम किया.
पीएम मोदी ने रोका था एंबुलेंस के लिए काफिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सबसे कड़ी सुरक्षा वाले काफिले में चलते हैं, जिसे एक सेकंड के लिए भी कहीं पर नहीं रोकने का नियम है. इसके बावजूद पीएम मोदी कई बार एंबुलेंस को पहले निकाले जाने के लिए अपना काफिला रुकवा चुके हैं. उन्होंने पिछले साल सितंबर में अहमदाबाद से गांधीनगर जाते समय एंबुलेंस को रास्ता दिलाया था. इसके बाद नवंबर में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चुनावी रैली के लिए जाते समय भी पीएम मोदी ने अपना काफिला रुकवाकर एंबुलेंस को रास्ता दिलाया था. दिसंबर, 2022 में भी पीएम ने अहमदाबाद में रोड शो के दौरान आई एंबुलेंस के लिए सारा काफिला रुकवा दिया था.
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