उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) जिले के एक अस्पताल में ऐसा मामला सामने आया, जिसे देखकर खुद डॉक्टर पशोपेश में पड़ गए कि करें क्या. एक भक्त लड्डू गोपाल की मूर्ति को 'चोट' लगने पर उसे एंबुलेंस से लेकर अस्पताल पहुंचा.
शख्स अस्पताल में फूट-फूटकर रो रहा था. वह चीख रहा था कि उसके लड्डू गोपाल का इलाज कर दिया जाए. फूट-फूट कर रो रहे उस शख्स की श्रद्धा को देखकर डॉक्टरों ने लड्डू गोपाल का का मेडिकल टेस्ट और ट्रीटमेंट किया.
एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचे लड्डू गोपाल
खुटार थाना क्षेत्र स्थित सुजानपुर गांव का रहने वाला रिंकू मंगलवार की शाम सरकारी एंबुलेंस से लड्डू गोपाल की एक छोटी मूर्ति को लेकर स्थानीय सरकारी अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर को बताया कि लड्डू गोपाल को नहलाते समय वह उसके हाथ से छूट गए जिससे उन्हें चोट लग गई.
इसे भी पढ़ें- Bhopal Lok Sabha Seat: लगातार 10वां चुनाव जीतेगी BJP या कांग्रेस पलटेगी बाजी? जानिए भोपाल का गणित
इमरजेंसी में भर्ती हुए लड्डू गोपाल
भक्त रिंकू ने डॉक्टर से अपील की कि डॉक्टर उनका फौरन इलाज करें. सरकारी अस्पताल के डॉक्टर अंकित वर्मा ने बुधवार को कहा कि रिंकू मंगलवार शाम को 108 सेवा की एंबुलेंस से लड्डू गोपाल को लेकर खुटार के सरकारी अस्पताल पहुंचा था.
कैसे चोटिल हुए थे लड्डू गोपाल
रिंकू फफक-फफकर रो रहा था. वह शाम को लड्डू गोपाल को स्नान करा रहा था तभी वह उसके हाथ से छूटकर गिर गए जिससे उन्हें चोट लग गई. उन्होंने बताया कि रिंकू के भक्ति भाव को देखते हुए उसकी संतुष्टि के लिए चिकित्सकों ने लड्डू गोपाल की मूर्ति का 'चेकअप' किया और दवा लगाई.
यह भी पढ़ें- आजादी की जंग छेड़ने वाली Meerut की संसदीय सीट की जंग जीतेगा कौन
2 घंटे के इलाज के बाद हुई लड्डू गोपाल की छुट्टी
रिंकू लड्डू गोपाल को अस्पताल में भर्ती करने की जिद करता रहा. डॉक्टरों ने उसे समझाया कि लड्डू गोपाल अब बिल्कुल ठीक हैं. करीब दो घंटे बाद लड्डू गोपाल को अस्पताल से 'छुट्टी' दे दी गई. अस्पताल के मंजर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें रिंकू रोते हुए लड्डू गोपाल की मूर्ति को चूम रहा है और सीने से लगा रहा है. (इनपुट: भाषा)
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.