Weird News: साल के 365 में से 300 दिन सोता है ये शख्स, कारण कर देगा हैरान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 16, 2023, 09:02 AM IST

Kalyug Kumbhakaran

Amazing News: यह शख्स राजस्थान के नागौर का रहने वाला है और लंबे समय से एक बेहद अजीब बीमारी से पीड़ित है, जिसके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे.

डीएनए हिंदी: Rajasthan News- रामायण में आपने पढ़ा होगा कि रावण का भाई कुंभकर्ण छह महीने तक सोता रहता था और उसे उठाने के लिए ढोल-नगाड़े बजाने पड़ते थे, लेकिन क्या हकीकत में भी आप ऐसे किसी शख्स से मिले हैं. यदि नहीं मिले हैं तो चलिए हम आपको ऐसे एक शख्स के बारे में बताते हैं, जो कुंभकर्ण की ही तरह लंबे समय तक सोता रहता है. यह शख्स हैं राजस्थान के नागौर जिले के भादवा गांव निवासी पुरखाराम, जो साल के 365 दिन में से करीब 300 दिन सोते हुए गुजारते हैं. इसका कारण एक अजीब बीमारी है, जिसके चलते उन्हें बहुत ज्यादा नींद आती है.

23 साल से हैं एक अजीब बीमारी से पीड़ित

पुरखाराम पिछले 23 साल से एक बेहद अजीब बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके चलते उन्हें बहुत ज्यादा नींद आती है. पुरखाराम एक्सेस हाइपरसोमनिया (Access Hypersomnia) नाम के रेयर स्लीपिंग डिसऑर्डर से पीड़ित हैं. इस बीमारी में मस्तिष्क के अंदर TNF-ALPHA नाम के प्रोटीन में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव होता है, जो ज्यादा नींद आने का कारण बनता है.

सो जाते हैं तो उठाना बन जाता है चुनौती

Zee News की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरखाराम अपनी इस बीमारी के कारण सो जाते हैं तो उन्हें जगाना परिजनों के लिए एक चुनौती जैसा बन जाता है. कई बार परिवार को उन्हें नींद में ही खिलाने से लेकर नहलाने तक की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है. इसे ठीक वैसे ही माना जा सकता है, जैसे किसी कोमा में गए मरीज की देखभाल की जाती है. इसके चलते पुरखाराम की रोजमर्रा की जिंदगी बेहद प्रभावित है. यह जिम्मेदारी उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी और मां कंवरी देवी को निभानी पड़ती है, जो उनके किसी दिन ठीक हो जाने की आस लगाए हुए हैं.

महीने में पांच दिन ही खोल पाते हैं अपनी दुकान

पुरखाराम गांव में ही किराने की दुकान चलाते हैं, लेकिन यह बिजनेस करना भी उनके लिए बीमारी के कारण समस्या बन गया है. पुरखाराम महीने में महज पांच दिन ही खुद अपनी दुकान चला पाते हैं. नींद आने की बीमारी के कारण कई बार उन्होंने जिंदगी के बेहद अहम फंक्शन भी सोते हुए ही अटेंड किए हैं. 

पहले 15 घंटे आती थी नींद, अब कई दिन तक सोते रहते हैं

पुरखाराम 23 साल पहले जब इस बीमारी की चपेट में आए थे तो शुरुआत में उन्हें एक दिन में 14-15 घंटे नींद आती थी. समय बीतने के साथ ही उनकी बीमारी बढ़ती चली गई. इसके साथ ही उनकी नींद के घंटे भी बढ़ते चले गए. परेशान होकर फैमिली ने कई जगह डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई भी इस मर्ज का इलाज नहीं तलाश पाया है यानी यह लाइलाज साबित हुई है. अब पुरखाराम कई-कई दिन तक लगातार सोते रहते हैं. लगातार सोते रहने के चलते उन्हें जागने पर गंभीर सिरदर्द से जूझना पड़ता है, जिससे जागने पर भी वह बहुत ज्यादा काम नहीं कर पाते हैं.

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