Viral Video: महाराष्ट्र में NCP (Sharad Pawar) के नेता जितेंद्र आव्हाड की पत्नी एक स्कूल में भाषण देते समय कुछ ऐसा कह बैठी, जिसे लेकर शायद ही शरद पवार दूसरे दलों को जवाब दे पाएंगे. दरअसल आव्हाड की पत्नी ऋतु आव्हाड ने स्कूल के कार्यक्रम में दुनिया के नंबर-1 आतंकी रहे ओसामा बिन लादेन की तुलना पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से कर दी. ऋतु आव्हाड ने बच्चों को ओसामा बिन लादेन की बायोग्राफी पढ़ने की सलाह दी, क्योंकि वो जन्म से आतंकी नहीं था बल्कि हालात ने उसे वैसे ही आतंकी बना दिया, जिस तरह एपीजे अब्दुल कलाम साहब 'मिसाइलमैन' बन गए थे. ऋतु आव्हाड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लेकर भाजपा ने शरद पवार समेत पूरे विपक्ष को घेरा है. भाजपा ने सवाल उठाया है कि क्या राहुल गांधी और शरद पवार का भी ओसामा बिन लादेन और एपीजे अब्दुल कलाम को लेकर यही मानना है.
क्या दिख रहा है वायरल वीडियो में
वायरल वीडियो किसी स्कूल के कार्यक्रम का है, जिसमें ऋतु आव्हाड गेस्ट के तौर पर मौजूद थीं. वीडियो में ऋतु आव्हाड मंच पर बच्चों को संबोधित करती दिख रही हैं. ऋतु आव्हाड ने कहा,'ओसामा लादेन की बायोग्राफी पढ़नी चाहिए. एपीजे अब्दुल कलाम जिस तरह कलाम साहब बने. वैसी ही ओसामा बिन लादेन आतंकवादी बना था. वह पैदाइशी तो आतंकी नहीं था. फिर आतंकी क्यों बना, उसे समाज ने ही बनाया होगा या वह चिढ़कर बना होगा.
'इंडिया ब्लॉक की आदत में है आतंकियों को डिफेंड करना'
इस वीडियो को एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा,'आतंकियों को डिफेंड करना इंडिया ब्लॉक के नेताओं की आदत में है. जितेंद्र आव्हाड की पत्नी खुले मंच से बच्चों को ओसामा की बायग्राफी पढ़ने की सलाह दे रही हैं. इससे पहले जितेंद्र आव्हाड भी इशरत जहां के समर्थन में उतरे थे. कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार), सपा के नेता लगातार कसाब, याकूब और अफजल के समर्थन में बयान देते रहते हैं.' भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी कहा,'इंडिया ब्लॉक तुष्टिकरण की राजनीति करता है. क्या राहुल गांधी और शरद पवार को भी लगता है कि बच्चों को ओसामा बिन लादेन की बायोग्राफी पढ़नी चाहिए.'
'तोड़मरोड़कर पेश कर रहे मेरा बयान'
हालांकि अपना वीडियो वायरल होने के बाद ऋता आव्हाड ने भी इसे लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा,'मेरा बयान तोड़मरोड़कर पेश किया जा रहा है. मैं सामने बैठे युवाओं से मोबाइल फोन छोड़कर किताबें उठाने के लिए कह रही थी. अब्दुल कलाम पर किताबें पढ़ने को कह रही थी. मैंने यह कहा था कि ओसामा बिन लादेन आतंकवादी क्यों बना, यह भी पढ़ना चाहिए. हम रामायण में रावण के बारे में भी पढ़ते हैं. रावण था, तभी तो रामायण है. दो अलग-अलग व्यक्तित्व को पढ़ने से शिक्षा की अहमियत पता चलती है.'
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.