डीएनए हिंदी: Free Electricity Scheme- कर्नाटक में फ्री बिजली के मुद्दे पर विधानसभा चुनाव जीतने वाली कांग्रेस के राज में एक अजब मामला सामना आया है. कोप्पल जिले के एक गांव में छोटे से टिनशेड में रहने वाली 90 साल की बुढ़िया को इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट ने 1.03 लाख रुपये का बिजली बिल भेज दिया है, जबकि उसके घर में एसी-फ्रिज तो दूर पंखा भी मौजूद नहीं है. इस बिल को देखकर पूरे इलाके में हंगामा मच गया है. हालांकि बाद में इस पूरे मामले पर विभाग के अधिकारियों ने बुढ़िया के घर पहुंचकर सफाई दी है.
70 रुपये महीना आता था अब तक बिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोप्पल जिले के भाग्यनगर में गिरिजाम्मा अपने बेटे के साथ रहती हैं. उनके घर में महज दो बल्ब हैं. इसके अलावा कोई अन्य बिजली उपकरण घर में नहीं है. अभी तक गिरिजाम्मा को हर महीने 70 से 80 रुपये का बिजली बिल मिलता था. इस महीने भी गुलबर्गा इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (GESCOM) ने
बुढ़िया को बिल भेजा है. गिरिजाम्मा ने जब बिल देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिस गई. कंपनी ने उन्हें 1.03 लाख रुपये का बिल चुकाने के लिए कहा है.
मजदूर है बेटा, कहां से चुकाऊंगी इतना पैसा
गिरिजाम्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं पता इतना बड़ा बिल कहां से चुकाऊंगी. उन्होंने कहा, मेरा बेटा महज एक दिहाड़ी मजदूर है. छोटे से घर में बस हम दोनों रहते हैं. मुझे नहीं पता कैसे बिल चुकाऊं. आप लोग (मीडिया) इस मुसीबत से निकलने में मेरी मदद कीजिए.
बिजली विभाग ने कहा, नहीं चुकाना होगा बिल
दो बल्ब जलाने वाली बुढ़िया के घर 1 लाख रुपये का बिल पहुंचने पर मचे हंगामे के बाद GESCOM के अधिकारी उनके घर पहुंचे हैं. उन्होंने गिरिजाम्मा को कोई बिल चुकाने की जरूरत नहीं होने की बात कही है. उन्होंने बताया है कि इतना बड़ा बिल एक टेक्नीकल गड़बड़ी के कारण आ गया है.
200 यूनिट तक फ्री बिजली कर चुकी है कर्नाटक सरकार
कर्नाटक की नवगठित कांग्रेस सरकार 'गृह ज्योति' स्कीम के तहत राज्य में 200 यूनिट तक का बिजली बिल माफ कर चुकी है. इस स्कीम के तहत जिनका बिल 200 यूनिट तक का होगा, उन परिवारों को कोई रकम नहीं चुकानी होगी. हालांकि कर्नाटक इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने 12 मई को बिजली दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिया था. बिजली दरों में 70 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है.
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