Viral News: 500 रुपये की मूर्ति, जो कभी डोर स्टॉपर बनी, अब क्यों हो रही 27 करोड़ रुपये में नीलाम?

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Nov 14, 2024, 11:28 PM IST

Viral News in Hindi: यह अजब मूर्ति 18वीं सदी में स्कॉटलैंड में बनाई गई थी. यह किसी हीरे-सोने की नहीं बल्कि साधारण मार्बल पत्थर की बनी हुई है, लेकिन एक खास कारण से इसकी कीमत इतनी ज्यादा हो गई है.

Viral News in Hindi: स्कॉटलैंड में एक साधारण सी मूर्ति की कीमत 27 करोड़ रुपये लगाई गई है. आप जानकर हैरान होंगे कि सालों तक एक पार्क में दरवाजे को रोकने वाले डोर स्टॉपर के तौर पर यूज होती रही इस मूर्ति को कभी महज 6 डॉलर यानी करीब 500 रुपये में खरीदा गया था. यह सुनकर आप शायद हैरान हो रहे होंगे कि आखिर उस मूर्ति में ऐसा क्या है, जो अब वह लाखों गुना कीमत पर नीलाम होने जा रही है. चलिए आपको इसकी वजह बताते हैं, जो आपकी हैरानी को दोगुना कर देगी. 

फ्रांसीसी मूर्तिकार बुखार्डन ने बनाई थी मूर्ति
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, मामूली संगमरमर से बनी इस छोटी सी मूर्ति को 18वीं सदी में फ्रांसीसी मूर्तिकार इडमे बुखार्डन ने बनाया था. उन्होंने यह मूर्ति 18वीं सदी में उस समय बनाई थी, जब वे एक लंबे टूर के दौरान रोम में रह रहे थे. साल 1930 में इस मूर्ति को इनवर्गोर्डन कॉमन गुड फंड ने महज 6.35 डॉलर में खरीद लिया था. इसके बाद यह मूर्ति उनके स्वामित्व में ही रही है.

अब क्यों लग गई इतनी बड़ी कीमत
दरअसल, इस छोटी सी मूर्ति की कीमत अचानक लाखों गुना बढ़ जाने का पहला कारण यह बुखार्डन की बनाई कृति होना है, जिनकी बनाई मूर्तियां आज की तारीख में बेहद महंगी बिकती हैं. स्कॉटलैंज हाईलैंड्स काउंसिल के हवाले से रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अब पता चला है कि यह मूर्ति किसी सामान्य व्यक्ति की नहीं है बल्कि उस समय के मशहूर राजनेता जॉन गॉर्डन की है, जो एक जमींदार थे और जिन्हें इनवर्गोर्डन टाउन का संस्थापक माना जाता है. बुखार्डन के इस मूर्ति को बनाए जाने के बाद यह मूर्ति लंबे समय तक इनवर्गोर्डन टाउन काउंसिल की देखरेख में रही. उसे गॉर्डन परिवार के इनवर्गोर्डन कैसल में रखा गया था, जहां यह 19वीं सदी में लगी आग में जलने से बाल-बाल बची थी. 

1998 से सिक्योर स्टोरेज में रखी हुई है मूर्ति
यह मूर्ति किसी कारण से एक पार्क में एक शेड का गेट रोकने के लिए डोर स्टॉपर के तौर पर यूज की जाने लगी. यह काम तब तक होता रहा, जब तक साल 1998 में स्कॉटलैंड की स्थानीय सरकार ने इसे पहचान नहीं लिया. इसके बाद इसे सुरक्षित किया गया और तब से यह एक सिक्योर स्टोरेज में ही रखी हुई है. 

अब अदालत ने दी है नीलामी की मंजूरी
इनवर्गोर्डन टाउन की खराब आर्थिक हालत को सुधारने के लिए इस मूर्ति को नीलाम करने का निर्णय लिया गया, जिसके खिलाफ मुकदमा दाखिल कर दिया गया. हालांकि अपने फैसले में अदालत ने इसकी बिक्री की मंजूरी दी है. एक विदेशी खरीदार द्वारा नीलामी घर सोथबी को इस मूर्ति के बदले 2.5 मिलियन पाउंड की बड़ी रकम देने की पेशकश करने पर इसकी कीमत का अंदाजा सभी को हुआ. इसके बाद अब इसे नीलाम करने की तैयारी की जा रही है, जिसमें 3.2 मिलियन डॉलर यानी 27 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत मिलने का अंदाजा लगाया गया है. 

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