डीएनए हिंदी: बिहार के एक स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में है. इस वीडियो में एक क्लास में तीन टीचर दिख रहे हैं और तीनों अलग-अलग काम कर रहे हैं. एक टीचर ब्लैक बोर्ड पर हिंदी पढ़ा रही है. दूसरा टीचर ब्लैकबोर्ड की दूसरी तरफ उर्दू पढ़ा रहा था और तीसरी टीचर टेबल-कुर्सी पर बैठकर बच्चों को शांत करवाती नजर आ रही है. अब समझ में यह नहीं आ रहा है कि आखिर एक क्लास में एक साथ तीन सब्जेक्ट की क्लास कैसे लगाई जा सकती है.
यह वीडियो बिहर के कटिहार का है. वीडियो में दिख रही हिंदी टीचर कुमारी प्रियंका ने बताया, एजुकेशन डिपार्टमेंट ने साल 2017 में उर्दू प्राइमरी स्कूल को हमारे स्कूल में शिफ्ट कर दिया था. अब टीचर्स हिंदी और उर्दू एक ही क्लास में साथ पढ़ाते हैं. उन्होंने बताया कि ब्लैकबोर्ड का आधा हिस्सा उर्दू टीचर को दिया जाता है और आधा हिंदी को मिलता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे स्कूल में क्लासेज कम हैं. ऐसे में सही समय पर क्लास लगाने के लिए एक ही क्लास में दो सब्जेक्ट एक साथ पढ़ाए जाते हैं.
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जब डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर कामेश्वर गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा, अगर आदर्श मिडल स्कूल में ज्यादा बच्चे एडमिशन नहीं लेंगे तो एक कमरा उर्दू प्राइमरी स्कूल को दिया जाएगा. यह सही नहीं है कि अलग-अलग क्लास के बच्चे एक ही कमरे में पढ़ाई करें.
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