डीएनए हिंदी: Uttar Pradesh News- कहते हैं कि किस्मत के खेल निराले होते हैं. यह बात उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव में सही भी साबित हो गई है. शनिवार को यूपी निकाय चुनाव की मतगणना के दौरान एक निर्दलीय प्रत्याशी महज 3 वोट से विजयी घोषित किया गया, लेकिन इस जीत की खुशी मनाने के लिए वह प्रत्याशी मौजूद नहीं था. कारण था उस प्रत्याशी का महज एक दिन पहले यानी शुक्रवार को हार्ट अटैक के चलते निधन हो जाना. प्रत्याशी की मौत के बाद उसे चुनावी जीत मिलने की घटना सुनकर हर कोई किस्मत के खेल की ही बात करता दिखाई दिया.
सुल्तानपुर जिले का है मामला
यह मामला सुल्तानपुर जिले की कादीपुर नगर पंचायत का है, जहां 10 वार्डों के लिए चुनाव हुए थे. निर्दलीय प्रत्याशी संत प्रसाद ने निराला नगर वार्ड नंबर-10 से चुनाव लड़ा था. शनिवार को इस वार्ड का परिणाम घोषित होने पर संत प्रसाद को 3 वोट से अपने विपक्षी रमेश के खिलाफ विजयी घोषित किया गया. संतराम को 217 वोट हासिल हुए, जबकि रमेश को 214 वोट मिले थे. संतराम की शुक्रवार को आम के बाग में रखवाली करते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. संत प्रसाद की मौत की खबर मिलने पर मतगणना केंद्र पर हर कोई बेहद हैरान और दुखी दिखाई दिया.
7 संतानों के पिता थे संत प्रसाद
65 साल के संत प्रसाद जिले में बीज, फल व सब्जियां सप्लाई करने का कारोबार करते थे. इसके लिए वे आम के बाग के ठेके लिया करते थे. उनकी 7 संतान हैं, जिनमें 2 बेटे और 5 बेटियां हैं. सभी बेटियों की शादी हो चुकी है. जिला प्रशासन ने कहा कि संत प्रसाद के निधन के कारण कादीपुर नगर पंचायत की निराला नगर वार्ड नंबर 10 सीट खाली घोषित की जाएगी और यहां वार्ड मेंबर पद के लिए फिर से चुनाव होगा.
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