डीएनए हिंदी: कभी सोचा है कि किसी भैंसे को चोट पहुंचाने के आरोप में किसी शख्स के खिलाफ 20 साल बाद गिरफ्तारी वारंट जारी हो? उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की यह सच्ची घटना है. 28 साल पहले हुए एक रोड एक्सीडेंट के केस में एक 83 साल के अच्छन को कोर्ट ने नोटिस भेजा है.
अच्छन करीब 20 साल पहले ड्राइवर के तौर पर काम करते थे. वह अब रिटायर हो चुके हैं और लकवाग्रस्त हैं. सोमवार को उनके घर बरेली पुलिस ने दस्तक दी. जब कोर्ट की ओर से भेजा गया समन उन्हें मिला तो वह हैरान रह गए. अच्छन पुलिस के सामने रो पड़े.
खुद पुलिस भी नोटिस देकर हुई भावुक
नोटिस देने पहुंची पुलिस खुद हैरान रह गई कि क्या रिएक्शन देना है. उन्होंने बुजुर्ग व्यक्ति से कोर्ट के सामने पेश होने के लिएक कहा. अगर शख्स ऐसा नहीं करता है तो पुलिस के पास अधिकार है कि वह उसे गिरफ्तार कर सकती है.
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कैसे हुआ था 28 साल पहले हादसा?
यह घटना साल 1994 की है. अच्छन उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में ड्राइवर के रूप में काम करते थे. उन्होंने कहा, 'मैं माल लेने के लिए बरेली गया था. वहां से, मैं फरीदपुर गया. मैं रात में गाड़ी चला रहा था जब एक भैंस गाड़ी अचानक मुड़ गई. ब्रेक काम नहीं किया और एक दुर्घटना हुई. भैंस मर गई. मैंने भागकर फरीदपुर पुलिस स्टेशन में जाकर पुलिस को सूचित किया.'
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अच्छन ने कहा था कि उन्हें दो बार समन मिला था लेकिन दोनों बार जमानत मिल गई. उन्होंने कहा, दो दशकों बाद यह मामला अचानक सामने आया है. अच्छन पुलिस से मिले समन से बेहद परेशान हैं.
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