डीएनए हिंदी: Agra Viral Video- आपने कई बार CPR यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन के बारे में सुना होगा और डॉक्टरों को इसका इस्तेमाल करते हुए भी देखा होगा. यह एक ऐसी चीज है, जो हर आम आदमी को जाननी-समझनी चाहिए और इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर आप किसी अपने की जिंदगी बचा सकें, जिस तरह उत्तर प्रदेश के आगरा में मोहब्बत के प्रतीक ताजमहल परिसर में एक बेटे ने अपने पिता को हार्ट अटैक पड़ने पर CPR देकर उनकी जान बचा ली. इंडियन नेवी में तैनात बेटे ने CPR की जानकारी का उपयोग करते हुए अपने पिता को प्राथमिक चिकित्सा देकर उनकी जान बचा ली, जिसकी तारीफ उनके पिता का इलाज कर रहे डॉक्टर ही नहीं बल्कि अब पूरी दुनिया कर रही है. ताजमहल परिसर में सीपीआर के जरिये पिता की जान बचाते बेटे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है.
दिल्ली से आगरा घूमने आया था परिवार
दिल्ली निवासी 70 साल के रामराज उर्फ राजू का बेटा इंडियन नेवी में तैनात है. बेटा अपने पिता राजू और परिवार के अन्य सदस्यों को आगरा घुमाने के लिए लेकर आया था. बुधवार को दोपहर करीब 12.30 बजे ताजमहल के अंदर राजू को अचानक हार्ट अटैक आ गया और वे बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. बेटे ने उन्हें जमीन पर लेटाकर वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से मेडिकल हेल्प मांगी. मेडिकल हेल्प आने तक बेटे ने तत्काल अपने पिता के मुंह से मुंह लगाकर सांसे देना शुरू कर दिया. बेटा राजू को CPR देता रहा और अन्य परिजन पैर रगड़कर उनकी मदद करते रहे. थोड़ी देर बाद राजू को होश आ गया. उनके बेटे के CPR देने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर किसी ने अपलोड कर दिया है, जो बेहद वायरल हो रहा है.
मिलिट्री अस्पताल में कराया है पिता को भर्ती
राजू के बेटे ने उन्हें होश आने के बाद ताजमहल सुरक्षा में तैनात क्यूआरटी टीम और CISF के जवानों की मदद से एंबुलेंस में बैठाया. इसके बाद वह उन्हें लेकर मिलिट्री अस्पताल चले गए, जहां राजू को डॉक्टरों ने आगे का इलाज शुरू किया. डॉक्टरों का कहना है कि यदि राजू को समय पर CPR नहीं मिला होता तो उनकी जान निश्चित तौर पर चली जाती.
क्या होता है CPR
CPR यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन को हार्ट अटैक या सांस लेने में दिक्कत होने की स्थिति में दी जाने वाली फर्स्ट एड कहते हैं. इसमें किसी भी तरह मरीज की सांसों को चलाए रखने और दिल की धड़कन को बरकरार रखने की कोशिश की जाती है. इसके लिए पीड़ित के छाती पर दिल की जगह एक खास तरीके से प्रेशर देकर पंप किया जाता है. इसके बाद उसके मुंह से मुंह लगाते हुए फूंक मारकर ऑक्सीजन दी जाती है. इससे मरीज होश में आ जाता है और उसकी जान बचने की संभावना बढ़ जाती है.
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