डीएनए हिंदी: Shyam Rangeela- 'अक्ल ना बादाम खाने से आती है और ना ठोकर खाने से, अक्ल आती है नीलगाय को खिलाने से'. आप शायद ये बात सुनकर हैरान हो गए होंगे, लेकिन यह फॉर्मूला आजमाया हुआ है. कम से कम मशहूर मिमिक्री आर्टिस्ट श्याम रंगीला का तो यही कहना है, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांदीपुर जंगल सफारी में घूमने जैसा वीडियो बनाने पर सजा भुगतनी पड़ी है. श्याम रंगीला को वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट (Wild Life Protection Act) के उल्लंघन के आरोप में 11,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ा है. इसके बाद ही श्याम रंगीला ने अपने फैंस को बताया है कि अक्ल कैसे आती है? यह वीडियो श्याम रंगीला ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है, जो जमकर वायरल हो रहा है.
11 हजार रुपये के जुर्माने की स्लिप दिखाई
श्याम रंगीला ने वीडियो में बताया कि अक्ल ना बादाम खाने से मिलती है और ना ठोकर खाने से, अक्ल मिलती है नीलगाय को खिलाने से. उन्होंने 11 हजार रुपये के जुर्माने की रसीद दिखाते हुए बेहद रोचक अंदाज में कहा, मुझे तो मिल गई है. ये रहा सबूत. पूरे 11,000 रुपये का जुर्माना कट गया है. मैंने कहा भाई जुर्माना किस बात का तो मुझे बताया कि मैंने जंगल में नीलगाय को खाना खिलाया था. ये कानून का उल्लंघन है. मैंने कहा, भाई मैंने तो मोदी जी की नकल की थी तो मुझसे कहा गया कि बावले वे प्रधानमंत्री हैं. सही बात है भाई प्रधानमंत्री तो सबको खिला सकते हैं. खैर मुझे 11,000 रुपये का शगुन देना पड़ा है. मैं सोचता हूं कि इतने पैसे से जानवरों को खिला देता तो कितना भला होता पर नहीं भाई, जानवरों को नहीं खिलाना अब. बिल्कुल नहीं खिलाना. आप भी मत खिलाना. रंगीला ने खड़ी खटिया दिखाते हुए कहा, कम से कम एक बढ़िया बात हुई है कि मेरी खटिया खड़ी होने से मेरे विरोधी भी खुश हो गए हैं. महज 11,000 रुपये में इतना काफी है. आगे ऐसे ही श्याम रंगीला ने कॉमेडी वाले अंदाज में कई बातें कही हैं, जिन्हें सुनकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी.
यहां देख सकते हैं श्याम रंगीला का वीडियो
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अब जान लीजिए क्या था पूरा वाकया
दरअसल श्याम रंगीला यूं तो सभी की मिमिक्री यानी नकल उतारते हैं, लेकिन पीएम मोदी की मिमिक्री वह बेहद शानदार करते हैं. इसके लिए श्याम जब-तब पीएम मोदी के किसी कार्यक्रम जैसा ही माहौल क्रिएट कर उसे अपने अंदाज में पेश करते हैं. यही काम उन्होंने पीएम मोदी के पिछले दिनों कर्नाटक के बांदीपुर रिजर्व में घूमने को लेकर किया था. श्याम ने जयपुर के झालाना लेपर्ड सफारी में घुसकर 13 अप्रैल को एक वीडियो शूट किया था. इसी दौरान वे कुछ गलतियां कर बैठें.
नीलगाय को खिलाया अपने हाथ से खाना
दरअसल श्याम ने नीलगाय को अपने हाथ से खाना खिलाया था, जो वाइल्डलाइफ एक्ट 1972 और फॉरेस्ट एक्ट 1953 के नियमों का उल्लंघन है. दरअसल आप जंगल में किसी भी जानवर को कुछ नहीं खिला सकते हैं. खासतौर पर रिजर्व फॉरेस्ट मे तो यह पूरी तरह बैन है. इसके बावजूद रंगीला यह गलती कर बैठे. इसी कारण उन्हें नोटिस देकर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में पेश होने के लिए कहा गया. जब वे सोमवार को जयपुर के रीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर जनेश्वर चौधरी के सामने पेश हुए और माफी मांगी तो उन पर 11,000 रुपये का जुर्माना लगाकर उन्हें छोड़ दिया गया.
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