कुवैत के मंगाफ शहर में एक बिल्डिंग में आग लगने की घटना में 49 भारतीयों को मौत हो गई.
आग पांच मंजिला इमारत (Kuwait Fire) में लगी थी. जिसमें ज्यादातर भारत के मजदूर रहते थे.
अरब देशों में छोटे-मोटे काम के लिए लैबर की काफी डिमांड होती है. उनके लिए पैसा भी अच्छा खासा दिया जाता है.
यही वजह है कि दुबई, सऊदी अरब, कतर, ईरान और कुवैत जैसे देशों भारत से हजारों लोग काम करने जाते हैं.
वेतन की बात करें तो इन देशों में मजूदरों को भारत से तीन गुना ज्यादा पैसा मिलता है. इस वजह से भारत से हजारों लोग अरब देश जाते हैं.
Kuwait में अनस्किल्ड लेबर, हेल्पर और क्लीनर को हर महीने 100 Kuwaiti Dinar मिलते है. मतलब भारतीय रुपयों में 27266.38 होते हैं.
इनमें कार धोने वाले, लेबर मजदूर, माली, कपड़े धोने वाले, कंस्ट्रक्शन पर काम करने और अन्य मजूदर शामिल होते हैं.
वहीं, गैस कटर, लैथ वर्कर और मशीनों पर काम करने वाले श्रमिकों को 150 से 200 कुवैती दिनार(लगभग 38,172 से 46,352 रुपये) प्रति माह दिए जाते हैं.
भारत में अनस्किल्ड लेबर के लिए राज्यों के हिसाब से अलग-अलग न्यूनतम मजदूरी दी जाती है.
India Briefing वेब साइट के अनुसार, अंडमान में अनस्किल्ड लेबर के लिए 16,328 रुपये, चंडीगढ़ में 13,659, बिहार में 10,660, आंध्र प्रदेश में 13,000 दिए जाते हैं.