Mar 29, 2024, 07:29 AM IST
मुगल बादशाह काफी अमीर माने जाते थे, इसी वजह से उन्हें 'ग्रेट मुगल' का तमगा भी हासिल था.
ऐसा आंकलन है कि बादशाह अकबर के जमाने में मुगलिया सल्तनत काफी समृद्ध हुआ करती थी.
उस वक्त इस सल्तनत के पास पूरे विश्व के GDP में 25% का भाग मौजूद था.
आर्थिक मामलों के इतिहासकार एंगस मैडिसन के मुताबिक बादशाह अकबर के राज में लोग ज्यादा धनी और खुशहाल थे. यहां तक कि यूरोप की तुलना में भी स्थिति बेहतर थी.
अकबर मुगल सल्तनत के तीसरे बादशाह थे. अकबर के दौर में सल्तनत का वैश्विक आर्थिक उत्पादन के चौथाई हिस्से पर नियंत्रण था.
एक आंकलन के मुताबिक साल 1600 में बादशाह अकबर की तिजोरी में जमा होने वाला सालाना टैक्स करीब 17.5 मिलियन पाउंड का था, वहीं इसके 200 साल बाद भी ब्रिटेन की तिजोरी में करीब 16 मिलियन पाउंड था.