Nov 20, 2023, 10:55 PM IST

किस राज्य में है पेट्रोल-डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स

Kuldeep Panwar

आपने देखा होगा कि देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल के रेट अलग-अलग होते हैं. क्या कभी आपके दिमाग में सवाल उठा है कि केंद्र सरकार के दाम तय करने पर भी ऐसा क्यों होता है?

आपको बता दें कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल का बेसिक प्राइस तय करती है. इस प्राइस में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूले जाने वाले टैक्स जोड़कर असली कीमत तय होती है.

केंद्र सरकार की तरफ से वसूला जाने वाला टैक्स पूरे देश में एक जैसा होता है. इसके उलट हर राज्य सरकार अपने-अपने हिसाब से पेट्रोल-डीजल पर स्थानीय टैक्स वसूलती हैं. इसी कारण कीमत बदल जाती है.

राजस्थान में इस समय पेट्रोल के दाम सबसे ज्यादा हैं. इसका कारण वहां वसूले जाने वाला स्टेट टैक्स ही है. फिलहाल चल रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा इसे लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को घेर रही है.

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का दावा है कि राजस्थान ने 2021-22 व 22-23 वित्त वर्षों में 35,975 करोड़ रुपये इस टैक्स से कमाए, जो 18 अन्य राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों से 2,000 करोड़ रुपये ज्यादा है.

हरदीप सिंह पुरी के हिसाब से देश में पेट्रोल की औसत कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर है, लेकिन राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल के दाम 113.34 रुपये प्रति लीटर वसूले जाते हैं.

अब हम आपको बताएंगे कि सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले राज्य कौन से हैं. इनमें पेट्रोलियिम मंत्रालय के आंकड़ों के हिसाब से राजस्थान ही देश के बाकी राज्यों से कैसे आगे है.

तेलंगाना में पेट्रोल पर 35.20% और डीजल पर 27% वैट (VAT यानी Value Added Tax) लागू है. हालांकि यहां सरकार ने कोई Cess यानी अतिरिक्त टैक्स नहीं लागू किया है.

राजस्थान पेट्रोल पर 31.04% और डीजल पर 19.30% का वैट वसूलता है. हालांकि यहां रोड डेवलपमेंट के नाम पर पेट्रोल पर 1500 रुपये और डीजल पर 1750 रुपये प्रति किलोलीटर Cess वसूला जाता है.

राजस्थान सरकार की तरफ से की जाने वाली अतिरिक्त Cess की वसूली ही यहां पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स को देश में सबसे ज्यादा बना देती है, जिसका आरोप भाजपा लगा रही है.

भाजपा शासित मध्य प्रदेश में प्रति लीटर पेट्रोल पर 29% वैट के साथ 2.5 रुपये अतिरिक्त वैट और 1% Cess वसूला जाता है. साथ ही डीजल पर 19% वैट के साथ 1.5% अतिरिक्त वैट व 1% Cess वसूला जाता है.

कांग्रेस शासन वाले छत्तीसगढ़ में पेट्रोल पर प्रति लीटर 24% वैट व 2 रुपये अतिरिक्त वैट वसूला जाता है. साथ ही डीजल पर 23% वैट और 1 रुपये अतिरिक्त वैट लिया जाता है.

राज्यों के अंदर भी टैक्स अलग-अलग हो सकता है. महाराष्ट्र इसका उदाहरण है. यहां मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और औरंगाबाद में बाकी राज्य के मुकाबले अलग टैक्स वसूली होती है.

मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और औरंगाबाद में डीजल पर 24% वैट लागू है, लेकिन पेट्रोल पर यहां 26% वैट के साथ ही 5.12 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त कर लगाया गया है.