Aug 12, 2023, 06:23 PM IST

आजादी से पहले बने इन रेलवे स्टेशनों की है रोचक कहानी

Juhi Kumari

भारत में लगभग 600 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को 25,000 करोड़ रुपये की लागत से रीडेवलपमेंट किया जाएगा.

इनमें से बहुत से स्टेशनों का इतिहास देश की आजादी से भी पुराना है. लेकिन आज भी ये रेलवे स्टेशन अपने इतिहास को बरकरार रखे हैं.

New Delhi Railway Station को 1926 से 1931 तक तैयार किया गया था. इसमें कुल 16 स्टेशन शामिल है. 

इसके बाद 108 साल पुराना Nandi halt स्टेशन आता है . ये स्टेशन बैंगलुरु में स्थित है. इसका निर्माण भी ब्रिटिश काल में ही हुआ था. 

ब्रिटिश आर्किटेक्ट के द्वारा Lucknow Charbagh स्टेशन को डिजाइन किया गया था. इसका निर्माण कार्य 1914 से 1923 तक हुआ था. इसे तैयार करने में करीब 70 लाख रुपये लगे थे.

Chhatrapati Shivaji Terminus को यूनेस्को की धरोहर स्थल में भी शामिल किया गया है. इसे 1887 में तैयार किया गया था. इसका पूराना नाम विक्टोरिया टर्मिनस था जिसे 1997 में बदल दिया गया.

अब बात करते हैं Dehradun Station के बारे में, इसे 1897 से 1899 तक तैयार किया गया था. इसका उद्धाटन 1900 में हुआ था.

Pandit Deen Dayal Upadhyay Station का पुराना नाम मुगलसराय था. इसे 1862 में बनाया गया था.

Royapuram Station चेन्नई में स्थित है. इसका निर्माण भी ब्रिटिश काल में हुआ था. इस स्टेशन से दक्षिण भारत की पहली ट्रेन 1956 में चलाई गई थी.

भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन Howrah को माना जाता है. ये देश का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन भी है. यहां 23 प्लेटफॉर्म हैं. इस स्टेशन से पहली ट्रेन 1854 में चलाई गई थी.