Aug 12, 2023, 06:17 PM IST

क्यों जरूरत पड़ी जोजिला टनल निर्माण की ?

Juhi Kumari

सर्दी के मौसम में लेह-लद्दाख 5 से 6 महीनों के लिए देश से बिल्कुल कट जाता है.

इसलिए श्रीनगर-लेह हाईवे पर जोजिला सुरंग का निर्माण हो रहा है. 

बता दें कि ये एशिया की सबसे लंबी बाइ-डाइरेक्शनल टनल है.

अब इस टनल से हर मौसम में दुर्गम इलाके में आवागमन किया जा सकेगा.

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी भारत माला परियोजना के तहत कई एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है. 

भारत सरकार नेशनल हाईवे 1 पर जोजिला सुरंग का निर्माण कर रही है. 

जोजिला टनल को हिमालय की कठोर मौसमी हालात में और समुद्र तल से 11,578 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा हैं.

जोजिला प्रोजेक्ट के तहत 33 किलोमीटर के अंदर 3 सुरंगें बनाई जा रही हैं, जो 2 डिवीजन में बंटी हैं. 

इसके पहले डिवीजन में 18.5 किलोमीटर में 2 टनल हैं, जिसकी पहली सुरंग 435 मीटर लंबी है और दूसरी 1,950 मीटर लंबी है. दूसरे डिवीजन में यू-शेप में 9.5 मीटर चौड़ाई और 7.57 मीटर ऊंचाई वाले दो-लेन में 14.15 किमी की सुरंग है.

श्रीनगर से लेह जाने में 10 घंटे लगते हैं. लेकिन, जोजिला टनल बनने से जोजिला दर्रे को सिर्फ 15 मिनट में पार किया जा सकेगा. अभी बालटाल से मिनी मार्ग की दूरी 40 किमी है, लेकिन टनल बनने से ये सिर्फ 13 किमी ही रह जाएगा.