दुनिया की 10 सबसे मजबूत करेंसी, जानें भारतीय रुपये की रैंक
Kuldeep Panwar
किसी भी देश की करेंसी की दुनिया में हैसियत उसकी वैश्विक व्यापार में स्थिति और उस देश की आर्थिक स्थिरता को दिखाती है. मजबूत करेंसी वाले देशों का ही दुनिया में दबदबा है.
यूनाइटेड नेशंस यानी UN ने फिलहाल दुनिया के 180 देशों की करेंसी को लीगल टेंडर के तौर पर मान्यता दे रखी है, जिनमें से कुछ करेंसी ही पूरी दुनिया में पॉपुलर हैं.
Forbes ने भारतीय रुपये व यूएस डॉलर से तुलना करते हुए दुनिया की 10 सबसे मजबूत करेंसी की सूची जारी की है.
यूएस डॉलर को दुनिया में सबसे मजबूत करेंसी माना जाता है, लेकिन फोर्ब्स की लिस्ट में पहला नंबर कुवैती दीनार का है. एक कुवैती दीनार 270.23 रुपये या 3.25 डॉलर के बराबर है.
लिस्ट में दूसरा नंबर बहरीनी दीनार (220.4 रुपये या 2.65 डॉलर) का और तीसरा नंबर ओमानी रियाल (215.84 रुपये या 2.60 डॉलर) का आंका गया है.
फोर्ब्स ने चौथे नंबर पर जॉर्डेनियन दीनार (117.10 रुपये या 1.141 डॉलर) और 5वें नंबर पर गिब्राल्टर पाउंड (105.52 रुपये या 1.27 डॉलर) को रखा गया है.
ब्रिटिश पाउंड (105.54 रुपये या 1.27 डॉलर) को छठे और केमन आईलैंड डॉलर (99.76 रुपये या 1.20 डॉलर) को 7वां नंबर मिला है. स्विस फ्रैंक (97.54 रुपये या 1.17 डॉलर) को 8वें नंबर पर आंका गया है.
सबसे ज्यादा हैरानी लिस्ट में 9वें और 10वें नंबर को देखकर हो रही है, क्योंकि 9वें नंबर पर यूरो (90.80 रुपये या 1.09 डॉलर) है तो 10वें नंबर पर दुनिया के बादशाह अमेरिका का डॉलर (83.10 रुपये) आंका गया है.
पूरी दुनिया आपस में अमेरिकी डॉलर में ही लेनदेन करती है. इसके बावजूद फोर्ब्स की तरफ से उसे सबसे नीचे रखा जाना कई लोगों के लिए हैरानी की बात हो सकता है.
यदि भारतीय रुपये की रैंकिंग की बात की जाए तो बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की वेबसाइट पर जारी एक्सचेंज रेट लिस्ट में रुपये (एक रुपया = 82.9 डॉलर) को 15वें नंबर पर आंका गया था.
फोर्ब्स के मुताबिक, कुवैती दीनार ने 1960 में लॉन्च होने के बाद से ही अपने देश की आर्थिक स्थिरता के बूते पर दुनिया की सबसे वेल्यूबल करेंसी की हैसियत बना रखी है.
फोर्ब्स ने हालांकि सबसे ज्यादा विश्वसनीय करेंसी स्विस फ्रैंक (स्विट्जरलैंड और लिचटेन्स्टिन की करेंसी) को माना है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा स्थिर करेंसी कही जाती है.