Sep 9, 2024, 10:43 AM IST

इन 5 जानवरों से जासूसी करवाती हैं खुफिया एजेंसियां

Jaya Pandey

जानवर और पक्षियों में दुनिया के उन हिस्सों में भी पहुंचने की क्षमता होती है जहां इंसान नहीं पहुंच सकते. वे प्रकृति में आसानी से घुल मिल जाते हैं और उनपर कोई शक भी नहीं करता.

इस वजह से खुफिया एजेंसियां कई जानवरों और पक्षियों से जासूसी करवाकर जानकारियां इकट्ठा करती हैं. CIA अमेरिका की खुफिया एजेंसी है जिसने जानवरों का इस्तेमाल जानकारी इकट्ठा करने में किया.

शीत युद्ध के दौरान खुफिया जानकारी जुटाने के लिए कबूतरों को छोटे कैमरों से लैस किया जाता था. इससे वह टार्गेटेड एरिया में उड़ते हुए विस्तृत हवाई तस्वीरें कैद कर लेते थे.

साल 1964 में सीआईए ने सार्वजनिक जगहों की बातचीत सुनने के लिए माइक्रोफोन और ट्रांसमीटर से सुसज्जित बिल्लियों का इस्तेमाल किया था.

सीआईए ने पानी के अंदर गुप्त रूप से खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए चार्ली और चार्लीन नाम की रोबोट कैटफिश विकसित की थी. 

1970 के दशक में ड्रैगनफ्लाई के आकार के यूएवी इनसेक्टोथॉप्टर विकसित किए गए थे जो ड्रैगनफ्लाई की उड़ान की नकल करते थे.

बम और विस्फोटकों की जांच के लिए खुफिया एजेंसियां कुत्तों की मदद देती हैं. इसके लिए कुत्ते अपनी सूंघने की शक्ति का इस्तेमाल करते हैं.