Jun 3, 2024, 08:41 PM IST

चांद का वो हिस्सा जहां कोई नहीं पहुंच सका, वहां इस देश ने किया कारनामा

Rahish Khan

भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने साल 2023 में चांद पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) को उतारकर इतिहास रचा था.

इससे पहले कोई भी देश चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं करा पाया था. लेकिन चीन अब और आगे निकल गया है.

चीन ने चांगई-6 (Chang'e 6) की चंद्रमा के सबसे अंधेरे वाले हिस्से में सफलतापूर्वक लैंडिंग कराकर नया इतिहास रच दिया है.

चीन चांद के अंधेरे वाले हिस्से में दूसरी बार अपना यान उताकर दुनिया का पहला देश बन गया है.

इस जगह पर सूरज की एक भी किरण नहीं पड़ती. चंद्रमा के इस हिस्से पर हमेशा अंधेरा रहता है.

यह चांद का वो हिस्सा है जो पृथ्वी से भी नहीं दिखता. यहां पर पारा (Temperature) हमेशा माइनस में रहता है.

इस मिशन का लक्ष्य चांद के इस हिस्से से पत्थर और मिट्टी के सैंपल इकट्ठा कर पहली बार पृथ्वी पर लाना है.

चीन का चांगई-6 यान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर एटकेन बेसिन पर उतरा है. यह उल्कापिंड की टक्कर से बना चंद्रमा का विशाल इम्पैक्ट क्रेटर है.

चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ( सीएनएसए ) के मुताबिक, Chang'e 6 एयक्राफ्ट में कई सारे टूल और अपना लॉन्चर है.