भारत के चीफ जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश थे.
सीजेआई चंद्रचूड़ ने डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में बीए किया है. इसके बाद उन्होंने 1982 में डीयू के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की.
उन्होंने 1986 में अमेरिका के हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री हासिल की. उन्होंने वहां से डॉक्टोरेट इन ज्यूरिडिकल साइंसेज (एसजेडी) की डिग्री भी हासिल की है.
महाराष्ट्र बार काउंसिल में इनरोल्ड सीजेआई चंद्रचूड़ ने बॉम्बे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत की है. साल 1998 में उनकी असाधारण प्रतिभा की वजह से उन्हें भारत का सीनियर एडवोकेट और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया.
कानून में उनकी विशेषज्ञता की वजह से उन्हें मुंबई यूनिवर्सिटी के कंपरेटिव कॉन्टिट्यूशल लॉ का विजिटिंग प्रोफेसर भी बनाया गया था. इतना ही नहीं वह अमेरिका के ओक्लाहोमा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ के भी विजिटिंग प्रोफेसर रहे.
29 मार्च 2000 को उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच में पदोन्नत किया गया. बाद में उन्होंने महाराष्ट्र ज्यूडिशियल एकेडमी के डायरेक्टर के पद पर भी काम किया.
31 अक्टूबर 2013 को उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. 13 मई 2016 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया.
9 नवंबर 2022 को उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. उनकी नियुक्ति भारतीय न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.