IAS, IPS या IFS में से किसकी होती है सबसे ज्यादा सैलरी?
Jaya Pandey
अगर आप IAS, IPS और IFS अफसरों की सैलरी को लेकर कंफ्यूज हैं तो आज हम आपकी ये कंफ्यूजन दूर कर देंगे. आगे की स्लाइड्स में जानें तीनों सर्विस में किस अफसर की सैलरी ज्यादा होती है.
IAS और IPS ऑफिसर्स की IFS में अपने समकक्ष अफसरों से ज्यादा बेसिक सैलरी होती है. तीनों ही सर्विसेज में एक्सपीरिएंस और प्रमोशन के आधार पर पे-स्केल में भी बढ़ोतरी होती रहती है. इस तरह से समय के साथ-साथ इन अफसरों की रैंक और सैलरी भी बढ़ती रहती है.
आईएएस ऑफिसर की सबसे बड़ी पोस्ट कैबिनेट सेक्रेटरी की होती है जिसकी बेसिक सैलरी IPS और IFS सर्विस से ज्यादा होती है. इस तरह से सिविल सर्विसेज में सैलरी, सर्विस के कार्यकाल, एक्सपीरिएंस और लीडरशिप के मुताबिक बदलती रहती है.
बेसिक सैलरी के अलावा तीनों ही अफसरों को दूसरे अलाउंस जैसे डियरनेस, ट्रेवल और हाउस रेंट अलाउंस भी मिलते हैं. इन अलाउंस से भी इनके पूरे पैकेज पर असर पड़ता है, जिससे अफसरों को अतिरिक्त फाइनेंशियल सपोर्ट और फायदे मिलते हैं.
जिन IFS अफसरों की नियुक्ति विदेश में होती है उन्हें स्पेशल फॉरेन अलाउंस भी मिलता है जिससे उनकी ओवरऑल सैलरी बढ़ जाती है.
अगर ओवरऑल सैलरी पैकेज की बात करें तो इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस यानी आईएएस पूरे भारत में सबसे ज्यादा सैलरी वाली सर्विस होती है.सर्विस के शुरुआती सालों की बात करें तो आईएएस और आईपीएस अफसरों की सैलरी आईएफएस अफसरों से ज्यादा होती है.
जहां आईएएस और आईपीएस अफसरों को करियर के शुरुआती साल में फायदा मिलता है तो वहीं विदेश में सेवा दे रहे आईएफएस अफसर को फॉरेन अलाउंस मिलने की वजह से लॉन्ग टर्म में फायदा मिलता है.
भले ही शुरुआती सैलरी, अलाउंस और स्पेशलाइजेशन के मौकों में अंतर हो, लेकिन तीनों ही सर्विसेज अपने अफसरों को बढ़िया सैलरी और सुविधाएं मुहैया कराती हैं. जो लोग इंडियन सिविल सर्विस को करियर के रूप में चुनते हैं उनके लिए ग्रोथ का अच्छे मौके होते हैं.