वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा बनने के बाद से प्रियंका गांधी वाड्रा काफी चर्चा में आ गई हैं. आज हम आपको उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में बताएंगे.
प्रियंका गांधी वाड्रा का जन्म 12 जनवरी 1972 को नेहरू-गांधी परिवार में हुआ था. वह पूर्व पीएम राजीव गांधी और सोनिया गांधी की बेटी हैं.
प्रियंका गांधी की स्कूलिंग देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल से शुरू हुई. हालांकि दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्हें दिल्ली के कई स्कूलों में पढ़ना पड़ा जिसमें से एक दिल्ली का मॉर्डन स्कूल और जीसस एंड मैरी स्कूल भी है.
पिता राजीव गांधी की हत्या के बाद प्रियंका और राहुल गांधी को घर में ही पढ़ाने के लिए कोचिंग लगाया गया.
स्कूलिंग के बाद प्रियंका गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में ग्रेजुएशन किया.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने बौद्धिस्ट स्टडीज में मास्टर्स डिग्री हासिल की है, जो उन्होंने रेगुलर और डिस्टेंस लर्निंग के जरिए पूरा किया.
अगर उनके पॉलिटिकल करियर की बात करें तो शुरुआत में वह राजनीति में प्रत्यक्ष भूमिका में नहीं थीं लेकिन अपनी मां और भाई के साथ चुनाव अभियान में जुड़ी रहीं.
2019 में कांग्रेस ने उन्हें पूर्वी यूपी का प्रभारी बनाया और वह राजनीति में सक्रिय रूप से जुड़ गईं और 2019 के आम चुनावों में कांग्रेस के प्रचार में अहम भूमिका निभाई.
साल 2024 में वह वायनाड सीट से लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा होंगी. वायनाड की सीट उनके भाई राहुल गांधी के रायबरेली सीट चुनने के बाद खाली हुई है.