Jun 10, 2024, 08:17 AM IST

ISRO और DRDO के बीच का अंतर जानते हैं आप?

Jaya Pandey

क्या आप ISRO और DRDO के बीच का अंतर जानते हैं? नहीं तो आगे की स्लाइड्स में पढ़िए.

DRDO रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है जबकि इसरो भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आता है.

DRDO भारतीय सशस्त्रबलों के लिए हथियार और अत्याधुनिक तकनीकी विकसित करता है जबकि इसरो अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करता है.

DRDO की स्थापना साल 1958 में हुई थी जबकि इसरो की स्थापना 1969 में हुई थी.

डीआरडीओ का संस्थापक भारत सरकार है जबकि इसरो की स्थापना डॉ. विक्रम साराभाई ने की थी. 

डीआरडीओ का काम भारतीय सशस्त्र बलों के लिए रक्षा हथियार, तोपखाना, मिसाइल आदि विकसित करना है.

इसरो का काम अंतरिक्ष परियोजनाओं, उपग्रहों और प्रक्षेपण वाहनों का विकास और निर्माण करना है.

डीआरडीओ ने ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, आकाश जैसी मिसाइलें बनाई हैं जबकि इसरो ने पीएसएलवी, जीएसएलवी, इनसैट, एमओएम, चंद्रयान जैसे प्रोडक्ट बनाए हैं.

डीआरडीओ भारतीय सीमाओं की अखंडता को बचाने के लिए केवल रक्षा उद्देश्य के लिए काम करता है.

इसरो आम जनता की मदद करने के लिए कृषि, संचार प्रणाली, मौसम आकलन, हरित क्षेत्र माप जैसे घरेलू उद्देश्यों के लिए भी काम करता है.