IIT ड्रॉपआउट हैं ये 6 लोग, अब अपनी काबिलियत के गाड़ रहे झंडे
Jaya Pandey
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के इच्छुक लोगों के लिए आईआईटी एक सपना है. इसमें एडमिशन पाना भी आसान नहीं है, लाखों स्टूडेंट्स इसमें एडमिशन पाने के लिए कठिन एंट्रेस एग्जाम देते हैं.
हालांकि कुछ ऐसे दिग्गज भी हैं जिन्होंने आईआईटी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और आज अपने करियर में काफी सफल हैं. आज हम आपको ऐसे ही 6 दिग्गजों से मिलाने जा रहे हैं.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक मुकेश अंबानी ने आईआईटी बॉम्बे की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी और मुंबई यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया.
हाउसिंग डॉट कॉम की स्थापना करने वाले राहुल यादव ने साल 2007 में आईआईटी के अंतिम साल में पढ़ाई छोड़ दी थी क्योंकि वह इंस्टीट्यूट में फिट नहीं हो पा रहे थे.
मेलेवेटिल दामोदरन एक भारतीय कारपोरेट सलाहकार हैं. उन्होंने इकोनॉमिक्स की पढ़ाई के लिए आईआईटी मद्रास को बीच में ही छोड़ दिया था. बाद में वह सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड के चेयरमैन बन गए.
अजहर इकबाल भारतीय उद्यमी हैं और एक लोकप्रिय एप के को-फाउंडर और चेयरमैन हैं. उन्होंने भी आईआईटी की पढ़ाई बीच में छोड़ दी और इनशॉर्ट्स नाम की 600 करोड़ की कंपनी स्थापित की.
भारतपे ऐप के को-फाउंडर शाश्वत नकरानी सबसे युवा उद्यमियों में से एक हैं और अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने 23 साल की उम्र में आईआईटी छोड़ दी.
प्रशांत भूषण एक लेखक और सुप्रीम कोर्ट में पब्लिक इन्ट्रेस्ट लॉयर हैं. उन्होंने आईआईटी में एडमिशन लिया लेकिन दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में दो साल का बीएससी कोर्स करने के लिए पहले सेमेस्टर के बाद आईआईटी छोड़ दी.