आज हम आपको भारत के इतिहास के उन 6 महान गुरुओं से मिलाने जा रहे हैं जिन्होंने अपने शिष्यों की किस्मत पलट दी और देश को कई युग नायक दिए.
महर्षि वशिष्ठ राजा दशरथ के कुलगुरु और उनके चारों पुत्रों के गुरु थे. गुरु वशिष्ठ को सप्त ऋषियों में से एक माना जाता है.
भगवान कृष्ण और बलराम के गुरु का नाम महर्षि संदीपनी है. गुरु संदीपनी ने श्रीकृष्ण को 64 कलाओं की शिक्षा दी थी.
चाणक्य का असली नाम आचार्य विष्णु गुप्त था. उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य जैसे साधारण शख्स को महान शासक बनाया था.
स्वामी विवेकानंद के गुरु आचार्य रामकृष्ण परमहंस थे. ऐसा कहा जाता है कि मां काली से उनका सीधा संपर्क था. उनकी शिक्षा से ही स्वामी विवेकानंद ने हिंदू धर्म का दुनियाभर में डंका बजाया.
द्रोणाचार्य भी अपने युग के श्रेष्ठतम शिक्षक थे. उन्होंने कौरवों और पांडवो को शिक्षा दी और अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बनाया.
छत्रपति शिवाजी के गुरु का नाम समर्थ रामदास था. उन्होंने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हजारों मठों और अखाड़ों की स्थापना की थी.