इन 8 कोर्स को करने की न करें भूल , नौकरी के लिए भटकेंगे दर-दर
Jaya Pandey
आज हम आपको उन कोर्स के बारे में बताएंगे जिन्हें चुनकर आप बेरोजगारी को न्योता दे रहे हैं.
डिजिटल लाइब्रेरी और ऑनलाइन रिसोर्स की उपलब्धता की वजह से अब पारंपरिक लाइब्रेरियों की मांग कम पड़ती जा रही है. ऐसे में लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई नौकरी पाने में आपके काम नहीं आने वाली.
मीडिया का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है और डिजिटल प्लेटफॉर्म और कंटेंट क्रिएटर पारंपरिक पत्रकारिता से जुड़ी नौकरियों को जरूरत को कम कर रहे हैं.
मरीन बायोलॉजी हालांकि आकर्षक क्षेत्र है लेकिन सीमित रोजगार के अवसर और अत्यधिक प्रतिस्पर्धा की वजह से इसमें रोजगार पाना चुनौतीपूर्ण हो गया है.
दर्शनशास्त्र भी बौद्धिक रूप से भले ही आकर्षक हो लेकिन इसकी पढ़ाई के बाद करियर के विकल्प सीमित ही होते हैं.
एंथ्रोपोलॉजी या मानव विज्ञान एक लाभकारी क्षेत्र हो सकता है लेकिन यह मुख्य रूप से अकादमिक या रिसर्च से जुड़ा ही करियर ऑप्शन देता है.
दर्शनशास्त्र की ही तरह इतिहास भी ज्यादातर अकादमिक या रिसर्च से जुड़ा करियर ही प्रदान करता है जबकि दूसरे क्षेत्र में इसके अवसर सीमित हैं.
आर्ट हिस्ट्री भी आपका पैशन हो सकता है लेकिन यह भी अधिकतर एकेडमिक और किसी संग्रहालय में कोई पद दिला सकता है.
ऐसे ही परफॉर्मिंग आर्ट्स भले ही आपको आकर्षक लगे लेकिन यहां भी अत्यधिक प्रतिस्पर्धा है और नौकरी के अवसर भी सीमित है.