देश-विदेश में शिक्षा दिनों दिन महंगी होती जा रही है, ऐसे में स्कॉलरशिप और फेलोशिप इस खर्च के बोझ को काफी हद तक कम कर देते हैं.
लेकिन क्या आप स्कॉलरशिप और फेलोशिप के बीच का अंतर जानते हैं? आगे हम आपको इन दोनों का अंतर विस्तार से बताएंगे
स्कॉलरशिप ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट्स को वित्तीय सहायता देने के उद्देश्य से दिया जाता है जबकि फैलोशिप रिसर्च, प्रोफेशनल डेलवेपमेंट और एडवांस स्टडीज के लिए दिया जाता है.
स्कॉलरशिप में एक निश्चित वित्तीय सहायता दी जाती है जो ऑर्गेनाइजेशन पर निर्भर करती है जबकि फेलोशिप में हर महीने स्टाइपेंड दिया जाता है.
स्कॉलरशिप एक एकेडमिक सेशन के लिए दिया जाता है जबकि फेलोशिप कुछ महीने से लेकर कई साल तक का हो सकता है.
अगर आवेदन प्रक्रिया की बात करें तो फेलोशिप के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया आमतौर पर स्कॉलरशिप की तुलना में ज़्यादा कठिन और प्रतिस्पर्धी होती है.
स्कॉलरशिप आमतौर पर स्टूडेंट्स को मिलती है जबकि फ़ेलोशिप प्रोफ़ेशनल्स, पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्चर्स या मिड करियर प्रोफ़ेशनल्स को मिलती है.
स्कॉलरशिप स्टूडेंट को पढ़ाई में उनकी मेरिट (एकेडमिक एक्सीलेंस, एक्स्ट्रा करिकुलर अचीवमेंट और लीडरशिप स्किल) के आधार पर दिया जाता है जबकि फ़ेलोशिप के लिए अक्सर खास डिग्री या किसी फील्ड में काफ़ी अनुभव होना ज़रूरी होता है.