Sep 14, 2024, 05:39 PM IST

भारतीय सेना में धर्मगुरुओं का क्या होता है काम?

Jaya Pandey

भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना है. यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई जैसे कई धर्मों के सैनिक देश की सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहते हैं.

क्या आप जानते हैं कि भारतीय सेना में धर्मगुरु भी होते हैं? ये धर्मगुरु भारतीय सेना के लिए कुछ खास काम करते हैं जिसके बारे में हम आपको आगे की स्लाइड्स में बताएंगे.

भारतीय सेना में अलग-अलग धर्मों के मुताबिक धर्मगुरुओं की नियुक्ति होती है. हिंदू धर्म के लिए पंडित, मुस्लिम धर्म के लिए मौलवी, सिख धर्म के लिए ग्रंथी और ईसाई धर्म के लिए पादरी की नियुक्ति की जाती है.

इन धर्मगुरुओं का काम भारतीय सेना द्वारा संचारित मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों और चर्च के धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न कराने का होता है. 

ये धर्मगुरु सैनिकों को अपने धर्म का उपदेश देने के साथ ही आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सैनिकों के रीति-रिवाज के हिसाब से धार्मिक काम करते हैं.

इंडियन आर्मी में धर्मगुरुओं की भर्ती भी सैनिकों की तरह ही होती है. सैनिकों की तरह ही इनका शारीरिक मापदंड होता है और इन्हें कठिन ट्रेनिंग से भी गुजरना पड़ता है. 

इंडियन आर्मी में जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में धर्मगुरुओं को पोस्टिंग मिलती है और उन्हें वह सारी सुविधाएं मिलती है जो भारतीय सेना के दूसरे जवानों को मिलती हैं.